एम्स के निदेशक डाॅ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि देश को एक बार स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार करना चाहिए. उन्होंने इंडिया टुडे के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि मैं समझता हूं अब समय आ गया है जबकि हमें स्कूलों को फिर से खोलने पर सहमत हो जाना चाहिए. गौरतलब है कि देश में अधिकांश स्कूल कोरोना की पहली लहर के वक्त से ही बंद हैं.
पिछले साल नवंबर से जनवरी के बीच में कुछ दिनों तक कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए कुछ दिनों तक स्कूल खोले गये थे , लेकिन फिर कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता को देखते हुए स्कूलों को फिर से बंद कर दिया गया था.
डाॅ गुलेरिया ने कहा कि चूंकि देश में कोरोना संक्रमण के मामले काफी कम हुए हैं और कुछ खास राज्यों में ही यह सीमित हो गया है, मुझे लगता है कि उन जिलों में जहां कोरोना का संक्रमण काफी कम है स्कूल खोले जा सकते हैं.
डाॅ गुलेरिया ने कहा कि अगर संक्रमण फिर से दिखे तो स्कूल तुरंत बंद किये जा सकते हैं, लेकिन अब स्कूल खोले जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों को अल्टरनेट डे पर बुलाया जा सकता है या कुछ और व्यवस्था की जा सकती है.
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डाॅ गुलेरिया ने कहा कि बच्चों के अंदर इम्युनिटी बहुत अच्छी है. सीरो सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि बच्चों के पास एंटीबाॅडीज वयस्क लोगों की अपेक्षा ज्यादा बेहतर है, इसलिए खोले जाने चाहिए. इंटरनेट के जरिये पढ़ाई उतनी सार्थक नहीं है जितनी की स्कूलों में होती है.
Posted By : Rajneesh Anand