SCO Summit 2022: PM मोदी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति ने की बैठक, अगले साल भारत करेगा सम्मेलन की मेजबानी
SCO Summit 2022: उज्बेकिस्तान ने शुक्रवार को यहां 8 सदस्यीय शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता भारत को सौंपी है. उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव ने समरकंद में 22वें एससीओ शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हुए.
SCO Summit 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव ने एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर समरकंद में बैठक की. इससे पूर्व, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन से भी मुलाकात की. वहीं, पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आज एससीओ के वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर बातचीत की.
भारत को सौंपी गई एससीओ की अध्यक्षता
उज्बेकिस्तान ने शुक्रवार को यहां 8 सदस्यीय शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता भारत को सौंपी है. उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव ने समरकंद में 22वें एससीओ शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हुए. उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री व्लादिमीर नोरोव ने ट्वीट किया, एससीओ समरकंद शिखर सम्मेलन के बाद भारत 2023 में संगठन के अध्यक्ष के रूप में एससीओ के अगले शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. हम इस जिम्मेदार मिशन के क्रियान्वयन में अपने रणनीतिक साझेदार भारत की सहायता करने की पूरी कोशिश करेंगे.
समरकंद में आयोजित सम्मेलन में ये नेता हुए शामिल
समरकंद में आयोजित सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और मध्य एशियाई देशों के अन्य नेता शामिल हुए. चीनी राष्ट्रपति चिनफिंग ने बीजिंग स्थित आठ सदस्यीय क्षेत्रीय समूह की अध्यक्षता मिलने पर भारत को बधाई दी. उन्होंने सम्मेलन में कहा कि यहां मैं भारत को एससीओ का अगला अध्यक्ष बनने पर चीन की ओर से बधाई देना चाहता हूं. हम, अन्य सदस्य देशों के साथ भारत की अध्यक्षता के दौरान उसका समर्थन करेंगे.
पीएम मोदी ने की व्लादिमीर पुतिन से बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को शंघाई सहयोग संगठन के वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर बातचीत की. इस साल फरवरी में यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है. ऐसा समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. भारत ने यूक्रेन पर आक्रमण के लिए अब तक रूस की आलोचना नहीं की है. भारत बातचीत के जरिए संकट के समाधान पर जोर दे रहा है.
जून 2001 में हुई थी एससीओ की शुरुआत
एससीओ की शुरुआत जून 2001 में शंघाई में हुई थी और इसके आठ पूर्ण सदस्य हैं, जिनमें छह संस्थापक सदस्य चीन, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं. भारत और पाकिस्तान इसमें 2017 में पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल हुए थे. समरकंद शिखर सम्मेलन में ईरान को एससीओ के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है.
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