तरन तारन : पंजाब के तरन तारन में शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह के अंतिम संस्कार के लिए उनका परिवार शनिवार को राजी हो गया है. एसडीएम राजेश शर्मा ने शनिवार को परिजनों से मुलाकात कर दोषियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गये. अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए लोग मौके पर पहुंचे, जहां परिजन अंतिम संस्कार कर रहे हैं.
Security (of Balwinder Singh) was withdrawn during #COVID19. When the situation arose suddenly, gunmen provided to everyone were called back by the Police Dept. Unfortunately, such an incident took place. Now three gunmen have been provided to the family: SDM Rajesh Sharma https://t.co/M5rMh5dAHv pic.twitter.com/8Ra73fepDH
— ANI (@ANI) October 17, 2020
शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह की पत्नी जगदीश कौर ने कहा कि हमारे परिवार पर हमलों की 42 रजिस्टर्ड प्राथमिकी हैं. अनगिनत कई हमले हुए हैं, जो रिकॉर्ड में नहीं हैं. सरकार द्वारा सुरक्षा वापस लेने का फैसला गलत था. मालूम हो कि शौर्य चक्र से सम्मानित बलविंदर सिंह को उनके घर पर गोली मार दी गयी थी.
Govt, administration & intelligence agencies are responsible for this. We sought security again, but to no avail. Those who treat security cover as a status symbol have been given provided with it. We actually needed it but weren't provided: Jagdish Kaur, wife of Balwinder Singh https://t.co/VoNH9zG49y
— ANI (@ANI) October 17, 2020
जगदीश कौर ने कहा कि घटना के लिए सरकार, प्रशासन और खुफिया एजेंसियां जिम्मेदार हैं. सुरक्षा हटाये जाने के बाद हमने फिर से सुरक्षा की मांग की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. सुरक्षा कवच को स्टेटस सिंबल माननेवालों को प्रदान किया गया है. हमें वास्तव में इसकी आवश्यकता थी, लेकिन प्रदान नहीं की गयी.
वहीं, परिजनों से मुलाकात करनेवाले एसडीएम राजेश शर्मा ने कहा कि कोविड-19 संकट के दौरान बलविंदर सिंह की सुरक्षा वापस ले ली गयी. जब अचानक स्थिति पैदा हुई, तो सभी को प्रदान किये गये बंदूकधारी पुलिस विभाग द्वारा वापस बुलाये गये. दुर्भाग्य से, ऐसी घटना हुई. अब परिवार को तीन बंदूकधारी प्रदान किये गये हैं.
मालूम हो कि इससे पहले पंजाब में आतंकवाद से लड़नेवाले शौर्य चक्र से सम्मानित 62 वर्षीय बलविंदर सिंह संधू की तरन तारन में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इसके बाद परिजनों ने अज्ञात हमलावरों की गिरफ्तारी किये जाने तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था.
कुछ महीने पहले ही सरकार ने बलविंदर सिंह संधू की सुरक्षा वापस ले ली थी. पंजाब में आतंकवाद के खिलाफ बलविंदर सिंह संधू कई वर्षों तक लड़े. पंजाब में खालिस्तानी आतंकवाद जब चरम पर था, तब उन पर कई आतंकी हमले किये गये.