केंद्र सरकार की असंवेदनशीलता और वैज्ञानिक सलाह को नजरंदाज करने का परिणाम है कोरोना की दूसरी लहर : केसी वेणुगोपाल
Congress working committee, KC Venugopal, Vaccination : नयी दिल्ली : कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर एक बड़ी आपदा है. साथ ही उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर असंवेदनशीलता और अकर्मठता का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार द्वारा वैज्ञानिक सलाह को नजरंदाज करने का परिणाम है.
नयी दिल्ली : कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर एक बड़ी आपदा है. साथ ही उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर असंवेदनशीलता और अकर्मठता का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार द्वारा वैज्ञानिक सलाह को नजरंदाज करने का परिणाम है.
केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि कांग्रेस कार्यसमिति ने मोदी सरकार की वैक्सीनेशन रणनीति पर गहरी चिंता जतायी है. वैक्सीन की सकल आपूर्ति अपर्याप्त है, फिर भी सरकार ठोस तथ्यों से इनकार करती है. मूल्य निर्धारण नीति अपारदर्शी और भेदभावपूर्ण है. साथ ही आर्थिक और अन्य सभी तर्कों के विपरीत है.
CWC is of the firm belief that this a time for showing an unwavering sense of national unity, purpose & resolve. In order that it may become a reality, PM must atone for his mistakes & commit to serving people instead of carrying on with personal agenda: CWC resolution
— ANI (@ANI) May 10, 2021
उन्होंने कहा कि 18-45 आयु वर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन की वित्तीय जिम्मेदारी सरकार ने उन राज्यों को दे दी है, जो पहले से ही कई वित्तीय तनाव का सामना कर रहे हैं. वॉक-इन विकल्प के बिना अनिवार्य ऑनलाइन पंजीकरण हमारे लाखों लोगों को वंचित कर देगा.
कांग्रेस कार्यसमिति के संकल्प में कहा गया है कि ऐसे समय में जब देश के संसाधनों को वैक्सीनेशन कवरेज के विस्तार और जरूरी दवाओं और ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए समर्पित होना चाहिए, मोदी सरकार राष्ट्रीय राजधानी में पीएम की निजी वैनिटी परियोजना जारी रखते हुए पैसे की आपराधिक बर्बादी में लिप्त है.
कांग्रेस कार्यसमिति का मानना है कि यह राष्ट्रीय एकता, उद्देश्य और संकल्प की अटूट भावना दिखाने का समय है. उस आदेश के क्रम में यह एक वास्तविकता बन सकती है, प्रधानमंत्री को अपनी गलतियों का प्रायश्चित करना चाहिए और निजी एजेंडे के पर चलने के बजाय लोगों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए.