सीमा हैदर का मामला पूरे देश में सुर्खियां बटोर रहा है. इस बीच बिना वीजा के मई में भारत में प्रवेश करने वाली पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास दया याचिका दायर कर अनुरोध किया है कि उसे अपने चार बच्चों के साथ ग्रेटर नोएडा में अपने साथी सचिन मीणा के साथ रहने की अनुमति दी जाए.
सुप्रीम कोर्ट के वकील ए पी सिंह द्वारा सीमा की ओर से दायर याचिका शुक्रवार को राष्ट्रपति सचिवालय को प्राप्त हुई. याचिका में सीमा हैदर, जिनकी उम्र 30 साल है, उन्होंने ने कहा है कि वह ग्रेटर नोएडा में रहने वाले सचिन (22) से प्यार करती है और वह उसके साथ रहने के लिए भारत आयी. पाकिस्तानी नागरिक का दावा है कि उसने हिंदू धर्म अपना लिया है और नेपाल के काठमांडू में पशुपतिनाथ मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार मीणा से शादी कर ली है.
पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर ने कहा है कि माननीय मैडम, याचिकाकर्ता को एक प्यारे पति के रूप में सचिन मीणा, पिता समान ससुर, मां के समान सास के साथ शांति, प्यार और खुशी मिली है जो याचिकाकर्ता को पहले कभी नहीं मिली थी. याचिकाकर्ता आपसे अनुरोध करती है कि आप उस पर विश्वास करें और एक ऐसी महिला के प्रति दया दिखाएं, जो उच्च शिक्षित नहीं है.
पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर ने याचिका में कहा है कि यदि आप दया दिखाती हैं तो याचिकाकर्ता अपना शेष जीवन अपने पति, चार नाबालिग बच्चों और ससुराल के रिश्तेदारों के साथ बिताएगी. याचिकाकर्ता आभारी होगी कि आपने उसे मौका दिया और आप उसकी ताकत तथा समर्थन का स्रोत बन सकती हैं. याचिकाकर्ता अंततः भारत में सम्मान के साथ जीवन जीने में सक्षम होगी.
इस बीच, शनिवार को एक वीडियो सामने आया, जिसमें पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर बीमार दिख रही है और ‘‘ग्लूकोज ड्रिप’’ ले रही है. आमतौर पर निर्जलीकरण या निम्न रक्त शर्करा के स्तर से पीड़ित व्यक्तियों को ‘‘ग्लूकोज ड्रिप’’ दी जाती है. पाकिस्तान के सिंध प्रांत की रहने वाली सीमा का कहना है कि वह 2019-20 में ऑनलाइन गेम पबजी खेलते समय सचिन के संपर्क में आई और दोनों के बीच व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर बातचीत होने लगी.
पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर 13 मई को नेपाल के रास्ते एक बस में अपने चार बच्चों के साथ अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी. उसका कहना है कि वह ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में रहने वाले सचिन के साथ रहने आयी थी. चार जुलाई को स्थानीय पुलिस ने सीमा को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया था और मीणा को अवैध अप्रवासियों को शरण देने के लिए गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, उन दोनों को सात जुलाई को एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी थी और वे अपने चार बच्चों के साथ रबूपुरा के एक घर में रह रहे हैं.