Semicon India Conference 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत एक मजबूत अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है और देश में अर्ध-चालकों (Semi Conductor) की खपत 2030 तक 110 अरब यूएस डॉलर के पार होने की उम्मीद है तथा यह दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता स्टार्ट-अप इको-सिस्टम है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अगली प्रौद्योगिकी क्रांति का नेतृत्व करने के लिए तैयार है और अन्य चीजों के साथ ही 5G में क्षमताओं को विकसित करने में निवेश किया जा रहा है. सेमीकॉन इंडिया-2022 सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम भारत के लिए अगली प्रौद्योगिकी क्रांति का नेतृत्व करने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं.
इसी कालखंड में हम दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप ecosystems में से एक बनकर उभरे हैं। हमारे unicorns की संख्या लगातार बढ़ रही है।
भारत का ये बढ़ता हुआ कद, ये बढ़ती हुई साख, इससे सबसे ज्यादा किसी का सिर ऊंचा होता है तो वो हमारा diaspora है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) April 29, 2022
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम 6 लाख गांवों को ब्रॉडबैंड से जोड़ने की राह पर हैं. हम 5G, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में क्षमताओं के विकास में निवेश कर रहे हैं. नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में सेमी कंडक्टर की खपत 2026 तक 80 अरब डॉलर और 2030 तक 110 अरब डॉलर को पार करने की उम्मीद है.
पीएम मोदी ने देश के आर्थिक स्वास्थ्य के बारे में कहा कि भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते स्टार्टअप इको-सिस्टम के साथ मजबूत आर्थिक विकास की ओर अग्रसर है, जहां हर कुछ हफ्तों में नए यूनिकॉर्न सामने आ रहे हैं. प्रधानमंत्री ने उद्योग जगत से भारत को वैश्विक सेमी-कंडक्टर आपूर्ति श्रृंखलाओं में प्रमुख भागीदारों में से एक के रूप में स्थापित करने और हाई-टेक, उच्च गुणवत्ता और उच्च विश्वसनीयता के सिद्धांत के आधार पर इस दिशा में काम करने का आह्वान किया.
भारत के सेमी-कंडक्टर प्रौद्योगिकियों के लिए एक आकर्षक निवेश गंतव्य बनने के कारणों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम 1.3 अरब से अधिक भारतीयों को जोड़ने के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहे हैं और यूपीआई आज भुगतान के लिये दुनिया का सबसे कुशल बुनियादी ढांचा है. मोदी ने यह भी कहा कि देश स्वास्थ्य और कल्याण से लेकर समावेश और सशक्तिकरण तक शासन के सभी क्षेत्रों में जीवन को बदलने के लिए डिजिटल तकनीक का उपयोग कर रहा है.
प्रधानमंत्री ने सेमीकंडक्टर उद्योग में प्रयुक्त नॉट गेट और एंड गेट जैसे प्रचलित शब्दों का संदर्भ देते हुए कहा कि पिछली सरकार नॉट गेट की तरह थी, जबकि सरकार की भूमिका एंड गेट जैसी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पहले के समय में उद्योग अपना काम करने के लिए तैयार थे, लेकिन सरकार नॉट गेट की तरह थी. जब कोई इनपुट नॉट गेट में प्रवाहित होता है, तो वह नकारात्मक हो जाता है. मोदी ने कहा कि अतीत में कई अनावश्यक शर्तें लगाई जाती थीं और व्यापार करना सुगम नहीं था. लेकिन, हम समझते हैं कि सरकार को एंड गेट की तरह होना चाहिए. उद्योग कड़ी मेहनत करता है, तो सरकार को और भी मेहनत से काम करना चाहिए.