Semicon India Conference 2023: गुजरात के गांधीनगर में पीएम नरेंद्र मोदी ने सेमीकॉन इंडिया 2023 का उद्घाटन किया. उद्घाटन के मौके पर 23 देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने सेमीकॉन इंडिया एग्जीबिशन का भी जायजा लिया. पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और राजीव चंद्रशेखर सहित कई और लोग मौजूद थे. बता दें, 3 दिन तक सेमीकंडक्टर उद्योग की प्रदर्शनी चलेगी, जिसमे देश-दुनिया की कई कंपनियां हिस्सा लेंगी. इससे देश के सेमीकंडक्टर मिशन को नई गति मिलेगी. गौरतलब है कि तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया 2023 सम्मेलन का आयोजन इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने किया है. इसका मकसद है देश को इस सेक्टर में प्रगति दिलाना.
इस सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा
गौरतलब है कि सेमीकॉन इंडिया 2023 का मकसद है देश में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को आगे बढ़ाना. इसी को लेकर गुजरात के गांधीनगर में तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है. सम्मेलन में दुनियाभर के सेमीकंडक्टर चिप से जुड़े एक्सपर्ट एक्सपर्ट भारत में निवेश के बारे में ध्यान देंगे. इसी विजन के साथ आज यानी शुक्रवार को पीएम मोदी ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में सेमीकॉन इंडिया 2023 सम्मेलन का शुभारंभ किया. इस सम्मेलन का खास मकसद रखा गया है भारत की सेमीकंडक्टर सेक्टर को बढ़ावा देना. वहीं, सेमीकॉन इंडिया 2023′ सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए अवसरों का पूरा संसार है.
दो सालो में दोगुना हुआ उत्पादन- पीएम मोदी
सेमीकॉन इंडिया कॉन्फ्रेंस 2023 में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘हम भारत के डिजिटल क्षेत्र और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण में तेजी से वृद्धि देख रहे हैं. कुछ साल पहले भारत इस क्षेत्र में एक उभरता हुआ खिलाड़ी था और आज, वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में हमारी हिस्सेदारी कई गुना बढ़ गई है. पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में, भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन 30 बिलियन डॉलर से भी कम था. आज, यह 100 बिलियन डॉलर को पार कर गया है. केवल दो सालों में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात दोगुना हो गया है. भारत में निर्मित मोबाइल फोन का निर्यात दोगुना हो गया है. जो देश कभी था मोबाइल फोन का एक आयातक अब दुनिया के सर्वश्रेष्ठ मोबाइल फोन का निर्माण कर रहा है और उन्हें निर्यात कर रहा है.
#WATCH | At SemiconIndia Conference 2023, PM Narendra Modi says, "We are seeing exponential growth in India's digital sector and electronic manufacturing. A few years back India was a rising player in this sector and today, our share in global electronics manufacturing has… pic.twitter.com/KpQsIG63ke
— ANI (@ANI) July 28, 2023
सेमीकंडक्टर पर जोर के साथ वैश्विक मूल्य श्रृंखला में बढ़ रहा है भारत का भरोसा- वैष्णव
इधर, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा कि भारत सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के डिजाइन से लेकर विनिर्माण तक, सभी प्रमुख तत्वों पर जोर दे रहा है. उन्होंने कहा कि इस कारण देश वैश्विक मूल्य श्रृंखला में एक भरोसेमंद भागीदार के रूप में उभर रहा है. वैष्णव ने सेमीकॉन इंडिया 2023 सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज अर्थव्यवस्था के प्रत्येक क्षेत्र में सेमीकंडक्टर की जरुरत है. उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स की मांग हर साल बढ़ रही है. भारत के लिए माइक्रोन की मेगा योजनाओं के बारे में वैष्णव ने कहा कि संयंत्र का निर्माण जल्द शुरू होगा. पीएम मोदी ने कहा कि भारत में सेमीकंडक्टर बनाने वाली कंपनियों को 50 फीसदी वित्तीय सहायता दी जाएगी.
भ्रष्टाचारियों और वंश वादियों ने बदला अपनी जमात का नाम- पीएम मोदी
गौरतलब है कि पीएम मोदी गुजरात दौरे पर है. आज उनकी यात्रा का दूसरा दिन है. इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ निशाना साधते हुए कहा था कि भ्रष्ट और वंशवादी लोगों ने अपनी जमात का नाम बदल दिया है. उन्होंने पटाक्ष करते हुए कहा कि लेकिन उनका व्यवहार और लक्ष्य वही है. पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी दल नाराज हैं क्योंकि मौजूदा सरकार आम लोगों के सपने पूरे कर रही है. पीएम मोदी से सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब देश प्रगति कर रहा है तो कुछ लोगों का परेशान होना स्वाभाविक है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को विकास से वंचित रखा और हमारे नागरिकों की जरूरतों एवं आकांक्षाओं के बारे में कभी कोई चिंता नहीं की, वे अब नाराज हैं क्योंकि आम लोगों के सपने अब पूरे हो रहे हैं.
विपक्ष पर निशाना
पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि विपक्षी नेता दोहरे मानदंड अपनाते है. पीएम मोदी ने किसी दल का नाम लिए बिना कहा कि इन वंशवादी और भ्रष्टाचारियों ने अपनी जमात का नाम बदल लिया है, लेकिन इनका चेहरा, आचरण और इरादे वही पुराने हैं. जब मध्यम वर्ग को कुछ सस्ता मिलता है, तो वे दावा करते हैं कि किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल रहा है. जब किसानों को अच्छी कीमतें मिलती हैं, तो वे दावा करते हैं कि महंगाई बढ़ रही है. यह दोहरा मापदंड उनकी राजनीति की पहचान है.