Farmer: पत्नी को अकेले भेजो, तभी बिजली जोड़ेंगे! जाने किसने की ये मांग

Farmer: पीड़ित किसान ने बताया कि जब उसने इंजीनियर से बार-बार विनती की कि उसकी पत्नी को इस मामले में न घसीटा जाए, तब भी अभियंता अपनी जिद पर अड़ा रहा.

By Aman Kumar Pandey | February 10, 2025 6:30 AM

Farmer: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में बिजली विभाग के एक अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) प्रदीप गौतम पर गंभीर आरोप लगे हैं. किसान ने आरोप लगाया है कि बिजली चेकिंग के दौरान इंजीनियर उसकी पत्नी की सुंदरता पर मोहित हो गए और उसे अकेले मिलने बुलाने का दबाव बनाने लगे. किसान का दावा है कि जब उसने उनकी यह मांग पूरी नहीं की तो बिजली बिल में गड़बड़ी कर कनेक्शन कटवा दिया गया.

क्या है पूरा मामला?

टीवी-9 भारतवर्ष मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ तहसील के लोनीकटरा थाना क्षेत्र का है. यहां के रहने वाले एक किसान ने आरोप लगाया है कि 13 मार्च 2024 को अधिशासी अभियंता प्रदीप गौतम उनके घर बिजली निरीक्षण के लिए आए थे. किसान का कहना है कि उस दौरान इंजीनियर ने उसकी पत्नी की खूबसूरती की तारीफ की और अगली ही दिन बिल में हेरफेर कर दिया.

किसान के मुताबिक, गलत रीडिंग दर्ज कर बिल बढ़ा दिया गया और कनेक्शन काट दिया गया. परेशान किसान जब 16 मार्च को बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचा और बिल सही करवाने की अपील की, तो अधिशासी अभियंता ने उसकी पत्नी को अकेले बुलाने की शर्त रख दी.

इंजीनियर की कथित मांग से डरा किसान

पीड़ित किसान ने बताया कि जब उसने इंजीनियर से बार-बार विनती की कि उसकी पत्नी को इस मामले में न घसीटा जाए, तब भी अभियंता अपनी जिद पर अड़ा रहा. सामाजिक प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए किसान ने उस समय इस मामले को लेकर कोई आधिकारिक शिकायत नहीं की.हालांकि, किसान का दावा है कि 31 जनवरी 2025 को अभियंता फिर से उसके घर पहुंच गया. इस बार उसने कहा कि “अब बहुत दौड़भाग कर चुके हो, अब 40 हजार रुपये और अपनी पत्नी को लेकर आओ, तभी कनेक्शन जोड़ा जाएगा.”

किसान ने उच्च अधिकारियों और मुख्यमंत्री पोर्टल पर की शिकायत

इस धमकी से परेशान किसान ने आखिरकार मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई और मध्यांचल बिजलीवितरण निगम लिमिटेड के एमडी से न्याय की गुहार लगाई.

अधिशासी अभियंता ने आरोपों को बताया बेबुनियाद

इस पूरे मामले में जब अधिशासी अभियंता प्रदीप गौतम से बात की गई तो उन्होंने सभी आरोपों को मनगढ़ंत और बेबुनियाद बताया. उनका कहना है कि “बिजली विभाग बकायेदारों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहा है. जिस बिल की बात की जा रही है, उसे सही करने के लिए एसडीओ को भेजा गया था. यह सब मेरे खिलाफ एक साजिश है.”

विभागीय और पुलिस जांच शुरू

मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्रीय अधीक्षण अभियंता (एसई) राजबाला ने जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि “बिजली चेकिंग अभियान के बाद यह शिकायत आई है. महिला से संबंधित आरोपों की निष्पक्ष जांच की जाएगी.”

इसके साथ ही पुलिस में भी इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई गई है. राजबाला ने यह भी बताया कि बिजली बिलिंग में पारदर्शिता लाने के लिए मैन्युअल बिलिंग व्यवस्था को खत्म किया जा रहा है. अब उपभोक्ताओं के मीटर की रीडिंग वीडियो के साथ ऑनलाइन दर्ज की जा रही है. यह मामला बिजलीविभाग के भीतर भ्रष्टाचार और अनुचित आचरण को उजागर करता है. किसान की शिकायत और उच्च अधिकारियों द्वारा की जा रही जांच से यह स्पष्ट होता है कि पूरे प्रकरण को गंभीरता से लिया जा रहा है. अब देखना होगा कि जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और आरोपी अभियंता पर क्या कार्रवाई होती है.

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