देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने अपने कोविड -19 वैक्सीन कोविशील्ड की पूर्ण मंजूरी के लिए देश के दवा नियामक और स्वास्थ्य मंत्रालय को आवेदन किया है.
सीरम इंस्टीट्यूट, जो दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता भी है, को इस वर्ष की शुरुआत में भारत में कोविशील्ड के आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी गयी थी.
सीरम इंस्टीट्यूट ने देश में 1.25 बिलियन से अधिक वैक्सीन की आपूर्ति की है. सीरम इंस्टीट्यूट एस्ट्रेजेनका के वैक्सीन को भारत में कोविशील्ड के नाम से वितरित कर रहा है.
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ आदर पूनावाला ने ट्वीट किया है- भारत सरकार के पास अब पूर्ण बाजार प्राधिकरण पर विचार करने के लिए पर्याप्त डेटा है.
आदर पूनावाला ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सिडस्को) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को टैग करते हुए ट्वीट किया, भारत में कोविशील्ड टीके की आपूर्ति 1.25 अरब खुराकों को पार कर गयी है.
भारत सरकार के पास पूर्ण बाजार प्राधिकार के लिए पर्याप्त आंकड़े हैं और इसलिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने इस अनुमति के लिए डीसीजीआई और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में आवेदन दिया है.
बाजार प्राधिकार किसी भी दवा को बाजार में बेचे जाने का लाइसेंस प्रदान करता है. कोविशील्ड को भारत सरकार ने इसी वर्ष जनवरी महीने में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी. सीरम इंस्टीट्यूट भारत में कोविशील्ड के नाम से वैक्सीन बना बरहा है. बाजार प्राधिकार किसी औषधीय उत्पाद जैसे कि दवा को उसके विपणन के संबंध में सहयोग देने के सबूत के तौर पर समीक्षा करने की प्रक्रिया है जिसके तहत उसे बेचे जाने का लाइसेंस दिया जाता है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने भारत सरकार को कोविड वैक्सीन की आपूर्ति के लिए कोविशील्ड के निर्माता एस्ट्राजेनेका के साथ साझेदारी की थी. सरकार ने देश में 16 जनवरी से देश में वैक्सीनेसन की शुरुआत की थी और अबतक देश में 145 करोड़ से अधिक वैक्सीनेशन हो चुका है.