Covavax वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया सितंबर में पेश करेगा, क्या थर्ड वेव से पहले बच्चों को मिल जायेगा वैक्सीन?
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने यह घोषणा की है कि वह कोवावैक्स (Covavax) वैक्सीन को सितंबर में पेश करेगा. वैक्सीन के निर्माण से जुड़े लोगों ने इस बारे में एएनआई को जानकारी दी है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने यह घोषणा की है कि वह कोवावैक्स (Covavax) वैक्सीन को सितंबर में पेश करेगा. वैक्सीन के निर्माण से जुड़े लोगों ने इस बारे में एएनआई को जानकारी दी है.
कोवावैक्स अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स के कोविड -19 वैक्सीन का ही वर्सन है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा कहा कि वह जुलाई में बच्चों के लिए नोवावैक्स का क्लिनिकल ट्रॉयल शुरू करेगा.
NEW DATA RELEASE: Novavax #COVID19 Vaccine Demonstrates 90% Overall Efficacy and 100% Protection Against Moderate and Severe Disease in PREVENT-19 Phase 3 Trial https://t.co/lIOiQXxDtD pic.twitter.com/4ePHxDpziZ
— Novavax (@Novavax) June 14, 2021
नोवावैक्स वैक्सीन की प्रभावकारिता 90 प्रतिशत है और यह कोरोना वायरस के नये वैरिएंट पर भी प्रभावशाली है. यह चौथा वैक्सीन है जिसे अमेरिका ने अनुमति दी है. यह वैक्सीन मॉडरेट और गंभीर लक्षणों को रोकने में समर्थ है.
गौरतलब है कि नोवावैक्स ने कोरोना के नये वैरिएंट के खिलाफ 93% की प्रभावशीलता दिखाई, जिसमें ज्यादातर अल्फा वैरिएंट था जो अमेरिका में संक्रमण फैलाने का प्रमुख कारण रहा है. टीका पुनः संयोजक प्रोटीन प्रौद्योगिकी पर आधारित है. इस वैक्सीन को फाइजर, माडर्ना और स्पूतनिक के समकक्ष माना जा रहा है.
भारत सरकार ने वैक्सीन से जुड़े घटनाक्रमों पर करीबी नजर रखी है और वह नोवावैक्स शॉट्स के प्रभावकारी आंकड़ों को उत्साहित करने वाला मानती है. चूंकि भारत में यह वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ काम करेगी इसलिए नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने इसे प्रासंगिक माना है.
भारत में अभी दो वैक्सीन लोगों को दिया जा रहा है कोविशील्ड और कोवैक्सीन. इनमें से कोविशील्ड का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ने किया है जबकि कोवैक्सीन को भारत बायोटेक ने बनाया है. रुस की वैक्सीन स्पतूनिक को भी मंजूरी दी गयी है लेकिन अबतक इसका टीकाकरण शुरू नहीं हुआ है.
Posted By : Rajneesh Anand