शबनम की फांसी पर बोले निर्भया के दोषियों के वकील,ये कैसा इंसाफ
Shabnam Amroha Case News | Shabnam hanging status updates | All about Shabnam case status where nirbhaya Advocate Ap Singh statements - आजादी के बाद देश में पहली बार किसी महिला को फांसी दी जा रही है. यह दुखद है. फांसी किसी समस्या का इलाज नहीं है . पहले भी कहा है और अब भी कह रहा हूं. दोषी की मनोदशा का खत्म करना चाहते थे तो उसमें सुधार लाइये. जेल को सुधार गृह रखिये... फांसीघर मत बनाइये. अंतरराष्ट्रीय स्तर की बात करें तो 100 से अधिक देशों में फांसी की सजा खत्म हो चुकी है.
7 लोगों को कुल्हाड़ी से मौत के घाट उतारने वाली शबनम के फांसी की तैयारी चल रही है. शबनम का डेथ वारंट जारी किया जा चुका है. इस बीच अब निर्भया केस में दोषियों के वकील एपी सिंह ने एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में शबनम और सलीम प्रकरण में फांसी देने की बात चल रही है.
आजादी के बाद देश में पहली बार किसी महिला को फांसी दी जा रही है. यह दुखद है. फांसी किसी समस्या का इलाज नहीं है . पहले भी कहा है और अब भी कह रहा हूं. दोषी की मनोदशा का खत्म करना चाहते थे तो उसमें सुधार लाइये. जेल को सुधार गृह रखिये… फांसीघर मत बनाइये. अंतरराष्ट्रीय स्तर की बात करें तो 100 से अधिक देशों में फांसी की सजा खत्म हो चुकी है.
निर्भया केस में दोषी पाये गये पवन, विनय, मुकेश और अक्षय को 20 मार्च 2020 को तिहाड़ जेल में फांसी हो गयी थी. एपी सिंह इन आरोपियों के वकील थे और अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में भी थे. अब शबनम के मामले में वीडियो जारी कर उन्होंने नयी बहस छेड़ दी है. उन्होंने कहा, अगर एक आंख के बदले आंख लेंगे तो पूरी दुनिया अंधी हो जायेगी. फांसी के खिलाफ मुहिम चलाने वाले एपी सिंह शबनम की फांसी का भी विरोध कर रहे हैं.
Also Read: एक मार्च से फ्री में आम नागरिकों को लगेगा कोरोना टीका, जानें कहां और किन्हें मिलेगा वैक्सीनध्यान रहे कि शबनम की दया याचिका खारिज कर दी गयी है. शबनम के बेटे ने भी दया याचिका दायर की थी जिसमें लिखा था, ‘राष्ट्रपति अंकल जी, मेरी मां को माफ कर दो.’. शबनम की फांसी मामले में एपी सिंह ने उनके बेटे का भी जिक्र किया है और कहा है कि उनके बेटे का क्या कसूर है . उसका तो एक ही सहारा है . अब उसकी मां भी नहीं रही तो वह अनाथ हो जायेगा.
इस पर निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह का कहना है कि इसमें शबनम के बच्चे ताज का क्या कसूर है. उसका तो एक ही सहारा उसकी मां है. एपी सिंह का कहना है कि जब सलीम और शबनम को फांसी हो जाएगी तो वह बच्चा तो अनाथ हो जाएगा. मां शबनम को फांसी लगने वाली है.
अगला नंबर पिता सलीम का है, जाहिर है उसे भी आने वाले महीनों में फांसी दे दी जाएगी. जरा, सोचिये…इंसाफ किसे मिला. माता-पिता को फांसी लगते ही वह बेचा ताज तो अनाथ हो जाएगा. ये कैसा इंसाफ है, जिसके होते ही एक बच्चा अनाथ हो रहा है.
Also Read: अच्छी खबर : आधे से भी कम होे सकती है पेट्रोल – डीजल की कीमतउस बच्चे ताज के सिर कौन मां आकर मुश्किल घड़ी में हाथ रखेगी. शबनम की फांसी की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन शबनम को फांसी दिए जाने के लिए मथुरा की जेल में सारी तैयारी तो कर ली गई है.