अदाणी मामले में एनसीपी चीफ शरद पवार का नया बयान सामने आया है. शरद पवार ने कहा है अगर पूरा विपक्ष इस मामले में जेपीसी जांच कराना चाहता है तो वो इसका समर्थन करेंगे. शरद पवार बीते रविवार को अमरावती में एनसीपी के कृषि स्नातक प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में यह बातें कही हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा है उनकी धारणा है कि इस मामले में जेपीसी जांच की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट की ओर से एक कमेटी पहले से ही मामले की जांच कर रही है.
गौरतलब है कि एनसीपी चीफ शरद पवार शुरू से ही जेपीसी जांच के खिलाफ हैं. इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि इस मामले में जब एक कमेटी पहले से ही जांच कर रही है तो फिर एक नई कमेटी बनाकर जांच करने का कोई फायदा नहीं है. पवार ने कहा कि ऐसे में जेपीसी से जांच कराने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष जेपीसी की मांग कर रहा है, अगर जेपीसी से जांच करायी भी जाती है, तो निगरानी सत्ता पक्ष के पास होगी और सत्ता पक्ष के पास बहुमत है. ऐसे में सच कैसे सामने आयेगा?
अदाणी से शरद पवार से की थी मुलाकात: बता दें कि जाने माने उद्योगपति गौतम अदाणी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से बीते गुरुवार को मुलाकात की थी. अदाणी-हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की विपक्षी दलों की मांग के बीच अदाणी ने मुंबई में एनसीपी के प्रमुख शरद पवार के आवास पर उनसे मिले थे. बता दें. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद विपक्ष की ओर से जेपीसी जांच की मांग उठाए जाने के बाद एनसीपी के नेता शरद पवार ने अप्रैल की शुरुआत में ही अदाणी ग्रुप का बचाव किया था और उसके बारे में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की आलोचना की थी.
कार्यक्रम में शरद पवार ने उन बातों का भी जिक्र किया जिसमें कहा जा रहा है कि पार्टी के अंदरखाने में अजीत पवार के कारण एनसीपी में फूट की स्थिति है. एनसीपी में फूट की तथाकथित बात को लेकर शरद पवार ने कहा कि अगर कोई एनसीपी को तोड़ने की कोशिश की साजिश रच रहा है, तो पार्टी को कड़ी कार्रवाई करनी होगी. शरद पवार ने कहा अगर कोई हमारी पार्टी को तोड़ने की कोशिश कर रहा है, तो यह उनकी रणनीति है. यदि हमें एक रुख अपनाना है तो हमें कड़ा रुख अपनाना होगा.
भाषा इनपुट के साथ