एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र में 2019 विधानसभा चुनाव के बाद उनकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने ने भारतीय जनता पार्टी के साथ बातचीत की थी. हालांकि शरद पवार ने यह भी कहा उनकी यह कदम एक राजनीतिक गुगली थी. इसके जरिए वो यह उजागर करना चाहते थे कि सत्ता के लिए बीजेपी किसी के साथ भी साथ गठबंधन कर सकती है. उन्होंने कहा कि 2014 में एनसीपी ने सरकार बनाने के लिए बीजेपी को खुले तौर पर बाहरी समर्थन की पेशकश की थी, जिसका उद्देश्य राज्य में एनडीए के गठबंधन सहयोगियों के बीच दरार पैदा करना था.
फडणवीस के दावे का दिया जवाब
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख बीजेपी नेता देवेन्द्र फडणवीस के एक दावे के जवाब में पीसी कर बताया कि 2019 में भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए सहमत हो गए थे लेकिन आखिरी क्षण में वह पीछे हट गए. पवार के ताजा बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने कहा कि उन्हें प्रसन्नता है कि राकांपा प्रमुख ने अंतत: सच्चाई स्वीकार कर ली, और आगे इस तरह के और भी खुलासे होंगे. पवार ने कहा कि यह सच है कि बीजेपी नेताओं ने एनसीपी नेतृत्व से मुलाकात की थी और कई विषयों पर चर्चा की थी.
एनसीपी प्रमुख ने फडणवीस के बयान का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने खुद ही कहा कि मैंने शपथ ग्रहण से दो दिन पहले बीजेपी के साथ गठबंधन करने का फैसला बदल दिया था.उन्होंने कहा कि अगर मैंने फैसला बदल दिया था तो फिर आगे बढ़कर शपथ लेने का क्या कारण था? और वह भी इतनी सावधानी से सुबह. पवार ने कहा, अगर फडणवीस और अजित पवार एनसीपी का समर्थन था तो सरकार नहीं बचती? सरकार गिर गई और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.
पर्दाफाश करने का था इरादा- पवार
एनसीपी प्रमुख ने रहस्यमय अंदाज में कहा, जनता के सामने यह पर्दाफाश करने के लिए कुछ चीजें की गई कि बीजेपी सत्ता के लिए किस हद तक जा सकते हैं.यह सामने लाने की जरूरत थी कि वे सत्ता के बिना नहीं रह सकते. पवार ने कहा कि उनके ससुर गुगली गेंदबाज थे और वह खुद (पवार) आईसीसी के अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने कहा, इसलिए क्रिकेट खेले बिना भी मुझे पता है कि कहां और कब गुगली गेंद फेंकनी है.
महिलाओं की सुरक्षा पर देना चाहिए ध्यान
पवार ने कहा कि फडणवीस अनावश्यक बयानबाजी के बदले राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर ध्यान देना चाहिए.उपमुख्यमंत्री फडणवीस राज्य के गृह मंत्री भी हैं. उन्होंने हाल ही में एक टेलीविजन चैनल को दिए साक्षात्कार में दावा किया था कि पवार 2019 में भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए सहमत हुए थे लेकिन फिर तीन-चार दिनों के बाद वह पीछे हट गए.
क्या था फडणवीस का बयान
बता दें, फडणवीस ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि आखिरकार पवार को सच बताना पड़ा. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि मेरी गुगली के कारण सच सामने आ गया है, लेकिन यह सिर्फ आंशिक सच है. मैं सच का शेष हिस्सा भी सामने लाऊंगा.” उन्होंने कहा कि पवार के अपने भतीजे अजित पवार 2019 में राकांपा प्रमुख के कदमों के कारण “क्लीन बोल्ड” हो गए.