संसदीय समिति के अध्यक्ष कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि पेगासस मुद्दे पर चर्चा ना हो इसके लिए जिन अधिकारियों को गवाही देनी थी उन्हें उपस्थित नहीं होने का निर्देश दिया गया था. मोदी सरकार पेगासस मुद्दे पर चर्चा से बच रही है, यह संसद का अपमान है, लेकिन मोदी सरकार विपक्ष पर यह आरोप लगा रही है कि वह संसद का अपमान कर रहा है.
थरूर ने उम्मीद जतायी कि आने वाले समय में संसदीय समिति जासूसी मुद्दे पर सुनवाई करेगी.गौरतलब है कि शशि थरूर ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है और यह कहा है कि बैठक में शामिल नहीं होने वाले लोगों ने समिति के विशेषाधिकारों पर गंभीर हमला किया है.
कांग्रेस नेता थरूर ने पीटीआई के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा की और उनके उस बयान को गलत बताया जिसमें उन्होंने यह कहा था कि विपक्ष ने संसद का अपमान किया है. शशि थरूर ने कहा कि चर्चा और जवाबदेही से बचना संसद का अपमान है, जो मोदी सरकार कर रही है.
थरूर ने कहा कि पेगासस मुद्दा स्पष्ट रूप से आईटी समिति के दायरे में आता है और इसलिए यह उम्मीद की जाती है कि जब ये विषय उठेंगे तो इसके सदस्य इसके बारे में सवाल पूछेंगे. थरूर ने कहा, यह कोई रहस्य नहीं है कि अपने स्थापित एजेंडे पर समिति की बैठक को सदस्यों द्वारा बाधित किया गया, जो नहीं चाहते थे कि पेगासस पर चर्चा की जाए. समिति को कोरम से वंचित करने के लिए 10 सदस्यों का भाग लेना और रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने से इनकार करना अभूतपूर्व था.
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Posted By : Rajneesh Anand