Shashi Tharoor: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मंगलवार को खुलासा करते हुए बच्ची निहारिका की एक फील गुड स्टोरी शेयर की. उन्होंने कहा कि इस बच्ची को मेरी ओर से किए अनुरोध पर कैंसर की दवा पर सात लाख रुपए की जीएसटी छूट देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मदद मिली. कांग्रेस सांसद ने वित्त मंत्री को भेजे अपने पत्र की तस्वीरें और त्वरित कार्रवाइयों की डिटेल भी शेयर की है, जिससे मरीज को समय पर दवाएं मिलने में मदद मिली.
शशि थरूर ने कहा कि बच्ची के माता-पिता ने मुझसे हस्तक्षेप का अनुरोध करते हुए संपर्क किया था. बताया गया कि जीएसटी के लिए उन्हें अतिरिक्त 7 लाख रुपए की जरूरत है, जिसे वे वहन नहीं कर सकते. जिसको लेकर शशि थरूर ने 15 मार्च को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर उन्हें मानवीय आधार पर जीएसटी से छूट देने में मदद मांगी.
पत्र में शशि थरूर ने लिखा, उन्हें बेबी निहारका के माता-पिता से एक पत्र मिला है. बच्ची की जांच में हाई-रिस्कन्यूरोब्लास्टोमा (स्टेज IV) का पता चला है, जो कैंसर का एक दुर्लभ रूप है. मरीज ने इलाज के कुछ चरणों को पूरा कर लिया है, लेकिन अभी भी बीमारी के दोबारा उभरने की खतरा मंडरा रहा है. डॉक्टरों ने उसके लिए इम्यूनोथेरेपी ट्री टमेंट का सुझाव दिया था. इसमें बच्ची को Dinutuximab Beta (Qarziba) दवा चढ़ाई जाएगी, जो एक बेहद महंगी दवा है. इसकी एक खुराक वर्तमान में 10 लाख रुपए प्रति शीशी की कीमत पर आयात की जाती है. उन्होंने कहा कि इम्यूनोथेरेपी साइकल की कुल लागत लगभग 63 लाख रुपए होगी और माता-पिता ने क्राउडफंडिंग और दान के जरिए ज्यादातर पैसा जुटाया है. वहीं, इन इंपोर्टेड दवाओं पर लगाए गए जीएसटी से कई लाख रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा, जिसे माता-पिता वहन नहीं कर सकते.
ऐसे में माता-पिता की ओर से शशि थरूर ने इस मामले की वास्तविक मानवीय प्रकृति और बचाए जा सकने वाले एक छोटे बच्चे के जीवन को देखते हुए अतिरिक्त जीएसटी से छूट का अनुरोध किया. हालांकि, वित्त मंत्री की ओर से कोई जवाब नहीं आया और दंपति ने 26 मार्च को फिर से शशि थरूर से संपर्क किया और उनकी मदद मांगी. बताया गया कि जीएसटी नहीं भरने के कारण इंजेक्शन मुंबई एयरपोर्ट के कस्टम पर अटका हुआ था.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने खुलासा किया कि उन्होंने फिर सीधे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को फोन किया और बताया कि बच्ची की जान अब उनके आदेश पर निर्भर पर करती है, क्योंकि वो इंजेक्शन जल्द ही एक्सपायर हो जाएगा. शशि थरूर ने बताया कि वित्त मंत्री ने सहानुभूति दिखाई और आधे घंटे के भीतर उनके निजी सचिव सरन्या भूटिया ने मुझे बताया कि उन्होंने बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम्स के अध्यक्ष से इस मामले पर बात की है. अगले 10 मिनट के भीतर अध्यक्ष विवेक जौहरी ने शशि थरूर से और दस्तावेज मांगे और 28 मार्च की शाम 7 बजे तक छूट दे दी गई. शशि थरूर ने आगे वित्त मंत्री को धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी टीम सरकार, राजनीति और मानवता में उनके विश्वास पर फिर से खरी उतरी है.