Shimla Masjid controversy latest updates: आज बड़ी संख्या में जुटे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए मस्जिद की ओर बढ़ने का प्रयास किया. पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया है, और इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
इस मामले पर हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बयान देते हुए कहा कि हर किसी को शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन ऐसी स्थिति नहीं बननी चाहिए जिससे प्रदेश की शांति भंग हो. उन्होंने कहा कि मामला कोर्ट में है, और अगर निर्माण अवैध पाया गया तो उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत गिराया जाएगा.
वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि यह मस्जिद का विवाद नहीं, बल्कि अवैध निर्माण का मुद्दा है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन पूरी तरह से तैयार है ताकि शांति व्यवस्था कायम रहे, और इसके लिए धारा 144 भी लागू कर दी गई है. हिंदू संगठन मांग कर रहे हैं कि मस्जिद का अवैध निर्माण गिराया जाए, जो मल्याणा में दोनों समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद उभर कर सामने आया.
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इस बीच, हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा में मस्जिद निर्माण पर कड़ी टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा कि संजौली बाजार में महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं, और लव जिहाद और चोरी जैसी घटनाएं बढ़ गई हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि बिना अनुमति के मस्जिद का निर्माण कैसे हो गया और बिजली-पानी की आपूर्ति क्यों नहीं रोकी गई.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हिमाचल के मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बयान की कड़ी आलोचना की थी और कांग्रेस पर भाजपा की भाषा बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि हिमाचल में ‘मोहब्बत की दुकान’ में नफरत फैलाई जा रही है.