Sanjay Raut Attack ON BJP : ‘भाजपा ने शिवसेना को खत्म करने का किया था प्रयास, गुलाम बनाकर रख दिया था हमें’, संजय राउत ने कह दी ये बात
Sanjay raut attack on BJP : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच पिछले दिनों दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद अटकलों का बाजार गर्म था. इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने भाजपा पर करारा प्रहार किया है. संजय राउत ने कहा है कि उनकी पार्टी को वस्तुतः "गुलाम" के रूप में माना जाता था जब वे भाजपा के साथ गंठबंधन में थे.
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एनसीपी और कांग्रेस मेरे साथ सम्मान से पेश आते हैं : ठाकरे
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संजय राउत ने भाजपा पर करारा प्रहार किया है
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शिवसेना को राजनीतिक रूप से खत्म करने का प्रयास किया गया था : संजय राउत
Sanjay raut attack on BJP : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच पिछले दिनों दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद अटकलों का बाजार गर्म था. इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने भाजपा पर करारा प्रहार किया है. संजय राउत ने कहा है कि उनकी पार्टी को वस्तुतः “गुलाम” के रूप में माना जाता था जब वे भाजपा के साथ गंठबंधन में थे. वे यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि 2014 से 2019 तक महाराष्ट्र में भाजपा के सत्ता में रहने के दौरान शिवसेना को राजनीतिक रूप से खत्म करने का प्रयास किया गया था.
इधर शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने अपने साप्ताहिक कॉलम में पीएम मोदी और सीएम उद्धव ठाकरे की मुलाकात के बाद लग रहे कयासों पर रूख स्पष्ट किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा दावा किया जा रहा है कि ढाई साल बाद मुख्यमंत्री पद पर राष्ट्रवादी कांग्रेस यानी एनसीपी की ओर से दावेदारी ठोंकने का काम किया जाएगा और महाविकास अघाड़ी में विवाद की चिंगारी भड़क उठेगी. इस विवाद से राज्य में नई राजनीतिक घटनाओं में तेजी आएगी. हालांकि ऐसे दावों में कोई सच्चाई नहीं है.
Shiv Sena MP Sanjay Raut says his party was virtually treated as "slaves" and attempts were made to finish it off politically when it was in power with BJP in Maharashtra from 2014 to 2019
— Press Trust of India (@PTI_News) June 13, 2021
क्या कहा था उद्धव ठाकरे ने : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के बाद कहा था कि मैं कोई नवाज शरीफ शरीफ से मिलने नहीं गया था, हम अभी राजनीतिक रूप से साथ नहीं है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हमारे संबंध टूट चुके हैं. इसलिए यदि मैं प्रधानमंत्री से मिलने गया था तो इसमें गलत क्या है.
एनसीपी और कांग्रेस मेरे साथ सम्मान से पेश आते हैं : आपको बता दें कि कुछ दिन पहले भाजपा के साथ शिवसेना के पिछले गठबंधन पर, उद्धव ने कहा था कि भाजपा नेताओं प्रमोद महाजन और गोपीनाथ मुंडे के निधन के बाद संबंधों में विश्वास की कमी आ गयी है. भाजपा अब दिल्ली केंद्रित है. गठबंधन में मतभेदों को हवा देने और उन्हें हल करने के लिए खुलापन होना चाहिए. उन्होंने कहा था कि मेरे नये सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस मेरे साथ सम्मान से पेश आते हैं. महाविकास अघाड़ी एक ऐसा गठबंधन है जहां हमारे बीच मतभेद थे, इसलिए अब हम अधिक खुले हैं.
Posted By : Amitabh Kumar