MP By Election 2024 : मध्य प्रदेश में उपचुनाव के पहले एक बयान से हंगामा मच गया है. दरअसल, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय ने बुधनी उपचुनाव के सिलसिले में एक जनसभा में ऐसा बयान दिया जि सके बाद राजनीति तेज हो चली है. उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस उम्मीदवार उपचुनाव जीतता है तो किसी भी गांव में एक ईंट भी नहीं रखी जाएगी. उनके कथित बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसपर यूजर लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वीडियो वायरल होने के बाद इसकी वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने आलोचना की है.
वायरल वीडियो पर कांग्रेस ने क्या कहा?
दिग्विजय सिंह ने कार्तिकेय का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया और उन्हें अपने पिता शिवराज सिंह चौहान से सीखने और ऐसी भाषा न बोलने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष मिलकर देश के निर्माण में सहयोग करते हैं. मैंने 10 साल तक मुख्यमंत्री के पद पर रहकर सेवा दी, लेकिन मैंने कभी ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया. अपने पिता से पूछ लीजिए ये बात… इसपर कार्तिकेय ने सिंह पर पलटवार किया और उनपर अपने 10 साल के मुख्यमंत्रित्व काल में कुछ भी सार्थक नहीं करने का आरोप लगाया.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा विदिशा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीतने पर इस्तीफा देने के बाद बुधनी सीट खाली हुई जहां उपचुनाव करवाए जा रहे हैं. बुधनी विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को उपचुनाव होना है.
क्या कहा था कार्तिकेय सिंह चौहान ने सभा में?
सप्ताह की शुरुआत में सीहोर जिले के बुधनी के भेरुंडा कस्बे में एक सभा को संबोधित करते हुए कार्तिकेय सिंह चौहान ने बयान दिया जिसकी चर्चा होने लगी. उन्होंने कहा था कि हम अपने वोटर में बदलाव करके अपनी प्रतिष्ठा क्यों खराब करें? क्या हमें काम करवाने के लिए अपने मुख्यमंत्री के पास जाने की जरूरत नहीं है? क्या हमें काम करवाने के लिए अपने आदरणीय कृषि मंत्री से संपर्क करने की ज़रूरत नहीं है? सरपंच जी, आप काम कैसे करेंगे, यह बताइए? जवाब दीजिए… यदि नतीजे गलत आए तो हम नेताओं से कैसे मिलेंगे और उनसे काम करवाने के लिए कैसे कहेंगे? आप कौन सी सड़क बनवाएंगे? अगर गलती से भी कांग्रेस का कोई विधायक जीत जाता है, हालांकि ऐसा होने वाला नहीं है, लेकिन गलती से भी ऐसा हो जाता है, तो आप सभी को यह समझ लेना चाहिए कि किसी भी गांव में एक ईंट भी नहीं रखी जाएगी.
(इनपुट पीटीआई)