बेटियों के लिए मध्यप्रदेश में हुई पंख योजना की शुरुआत, जानें क्या होगा खास
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेटियों के लिए एक और योजना का ऐलान किया है. आज राष्ट्रीय गर्ल चाइल्ड डे है इसी अवसर पर मध्यप्रदेश सरकार ने बेटियों के लिए योजना का ऐलान किया है.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेटियों के लिए एक और योजना का ऐलान किया है. आज राष्ट्रीय गर्ल चाइल्ड डे है इसी अवसर पर मध्यप्रदेश सरकार ने बेटियों के लिए योजना का ऐलान किया है.
बेटियां हमारी साहस हैं, शौर्य,कर्म और शुभकामनाएं हैं, सचमुच में इनके बिना दुनिया नहीं चल सकती है। ये हमारे संस्कार हैं कि हम बेटों की नहीं,बेटियों की पूजा करते हैं।#NationalGirlChildDay2021 के अवसर पर भोपाल में #PANKH अभियान का शुभारंभ किया। #DeshKiBetihttps://t.co/dCfNjjXsCn https://t.co/KL4L7JTFMw pic.twitter.com/6Eis1jVAmO
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 24, 2021
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत महाराष्ट्र सरकार ने पंख अभियान का ऐलान किया है. इस योजना के तहत बच्चियों की पोषण का ध्यान रखा जायेगा. इस योजना के साथ- साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘लाडली लक्ष्मी योजना’ के अंतर्गत आने वाली बेटियों को छात्रवृत्ति की राशि भी वितरित किया.
इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने 501 आंगनबाड़ी भवनों और 12 वन स्टॉप सेंटर्स का लोकार्पण भी किया. कार्यक्रम के दौरान ‘पंख अभियान’ सबसे ज्यादा चर्चित रहा, जिसकी शुरुआत भी सीएम ने कार्यक्रम के दौरान ही की.
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शिवराज सिंह चौहान ने कहा, जब मैं विधायक था तो मैंने बेटियों की शादी के लिए एक योजना का ऐलान किया. इस योजना के माध्यम से गरीब परिवार की बेटियों की शादी आसानी से हो इस पर फोकस था. जब मैं मुख्यमंत्री बना तो हमारी कोशिश थी कि बेटियों को बोझ के रूप में नहीं ताकत के रूप में देखी जाये इसलिए लाडली लक्ष्मी योजना लायी गयी.
पंख योजना ( PANKH Abhiyan ) इस नाम के पीछे योजना का उद्देश्य छिपा है. P- का अर्थ (protection) प्रोटिन , , A- जागरुकता ( awareness ) N- (nutrition) न्यूट्रिशन , K- (knowledge) ज्ञान , H- (health) हेल्थ. इन अर्थों के साथ इस अभियान का आगे चलाया जायेगा. इसके नाम में ही इसका पूरा उद्देश्य छिपा है. मुख्यमंत्री ने कहा, बेटियों के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक एवं मनोवैज्ञानिक विकास करना है.
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अभियान को पूरा करने की जिम्मेदारी शिक्षा, सामाजिक कल्याण, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की रहेगी. जो डेटाबेस तैयार कर बेटियों के स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे और उनके विकास की देखरेख करेंगे.