लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. पूर्व राज्यमंत्री व बांदा से बीजेपी विधायक रहे शिवशंकर सिंह पटेल अपने कई प्रमुख सहयोगियों के साथ बुधवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये. मालूम हो कि शिवशंकर सिंह पटेल को बीजेपी ने पार्टी विरोधी कार्य करने पर छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया था.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फेसबुक पर तस्वीर साझा करते हुए कहा है कि ”भाजपा की जनविरोधी नीतियों और कुशासन से त्रस्त जनता की आवाज को मजबूत करने के लिए समाजवादी पार्टी में शामिल हुए पूर्व मंत्री और बांदा के बबेरू से भाजपा विधायक रहे शिवशंकर सिंह पटेल और उनके कई प्रमुख सहयोगियों का स्वागत एवं धन्यवाद!” साथ ही कहा है कि “जन-विरोधी भाजपा सरकार के दिन हैं बचे चार”.
बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में शिवशंकर सिंह पटेल ने पत्नी के लिए टिकट मांगा था. लेकिन, पार्टी की ओर से टिकट नहीं दिया गया. इसके बाद उन्होंने पत्नी को चुनाव मैदान में निर्दलीय उतार दिया था. इसके बाद बीजेपी ने कार्रवाई करते हुए उन्हें छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के दौरान बीजेपी ने पार्टी के मंत्री, विधायक और सांसद के परिजनों को टिकट नहीं देने का फैसला किया था. साथ ही कहा था कि पंचायत चुनाव में पार्टी आम कार्यकर्ताओं को टिकट देगी. गौरतलब हो कि शिवशंकर सिंह पटेल उत्तर प्रदेश सरकार में सिंचाई एवं लोक निर्माण राज्यमंत्री रह चुके हैं.
उत्तर प्रदेश में इस साल 12 जुलाई के पूर्व ही जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव किया जाना है. जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर सभी राजनीतिक दल पूरी तैयारी में लगे हैं. पार्टी के मंत्रियों, विधायकों और सांसदों को अधिक-से-अधिक जिला पंचायत अध्यक्ष की सीटें जीतने की जिम्मेदारी दी गयी है.
इधर, समाजवादी पार्टी भी जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. ऐसे में शिवशंकर सिंह पटेल के साथ उनकी पत्नी कृष्णा पटेल, पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत बांदा और भतीजे पूर्व प्रखंड प्रमुख राजेंद्र सिंह के समाजवादी पार्टी में शामिल होने पर सियासत गरमा गयी है.