श्रद्धा हत्याकांड में ट्रायल शुरू, 12 जुलाई को साकेत कोर्ट में गवाहों से होगी जिरह
श्रद्धा वालकर के भाई श्रीजय ने अदालत को बताया कि श्रद्धा ने ही श्रीजय को बताया था कि आरोपी आफताब पूनावाला उनकी बहन के साथ न केवल मौखिक तौर पर झगड़ा ही करता था, बल्कि शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करते हुए उनकी पिटाई भी किया करता था.
नई दिल्ली : श्रद्धा वालकर हत्याकांड में दिल्ली के साकेत कोर्ट में अभियोजन पक्ष के तीन गवाहों से आगामी 12 जुलाई से जिरह शुरू होगी. अदालत में जिन तीन गवाहों से जिरह होगी, उसमें श्रद्धा वालकर का भाई श्रीजय भी शामिल है. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के साकेत कोर्ट में श्रद्धा वालकर हत्याकांड में आरोपी आफताब पूनावाला के खिलाफ सुनवाई शुरू हो गई है. इस मामले में अभियोन पक्ष के बयान दर्ज करने का काम भी शुरू हो गया है. अब अदालत में 12 जुलाई से जिरह शुरू होगी.
श्रद्धा के भाई श्रीजय का बयान हुआ दर्ज
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के साकेत कोर्ट में अभियोजन पक्ष की ओर से गवाह के तौर अपना बयान दर्ज कराते हुए श्रद्धा वालकर के भाई श्रीजय ने अदालत को बताया कि श्रद्धा ने ही श्रीजय को बताया था कि आरोपी आफताब पूनावाला उनकी बहन के साथ न केवल मौखिक तौर पर झगड़ा ही करता था, बल्कि शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करते हुए उनकी पिटाई भी किया करता था.
35 टुकड़े में काटकर की थी श्रद्धा की हत्या
बताते चलें कि श्रद्धा वालकर की दिल्ली के एक फ्लैट में आफताब पूनावाला ने 35 टुकड़े कर हत्या कर दी थी. आरोपी आफताब पूनावाला के खिलाफ साकेत कोर्ट में कानून कार्यवाही शुरू हो चुकी है. श्रद्धा की हत्या 18 मई 2022 को उसके लिव इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने कर दी थी. हत्या के बाद आफताब ने श्रद्धा के शव को फ्रिज में बंद करके रखा था और फिर उसके शरीर के टुकड़ों को एक-एक करके जंगल में फेंकता चला जाता था.
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आफताब के माता-पिता को जांच में शामिल करने की मांग
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले, अप्रैल में दिल्ली की साकेत कोर्ट ने एक चैनल और अन्य चैनलों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की ओर से दायर याचिका के जवाब में एक आदेश जारी किया था. याचिका में इन चैनलों को श्रद्धा हत्याकांड में डिजिटल साक्ष्य सहित चार्जशीट की सामग्री साझा करने से रोकने की मांग की गई थी. 10 अप्रैल को श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने आफताब के माता-पिता को जांच में शामिल करने की मांग की थी. दावा किया था कि उन्होंने जानबूझकर इस बात को छुपाया और जांच से दूर रखा गया.