सुशांत की बहनों द्वारा दिये गये दवा के बाद अभिनेता का स्वास्थ्य बिगड़ा, बॉम्बे HC में मुंबई पुलिस का बयान

Shushant Singh rahput case: सुशांत सिंह आत्महत्या मामले में मुंबई पुलिस (Mumbai police) ने बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay Highcourt) को बताया है कि कि वे अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बहनों को गिरफ्तार करने के लिए बाध्य थे क्योंकि अभिनेता की बहनों के खिलाफ रिया चक्रवर्ती ने शिकायत दर्ज करायी थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 3, 2020 1:12 PM

सुशांत सिंह आत्महत्या मामले में मुंबई पुलिस ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया है कि कि वे अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बहनों को गिरफ्तार करने के लिए बाध्य थे क्योंकि अभिनेता की बहनों के खिलाफ रिया चक्रवर्ती ने शिकायत दर्ज करायी थी.

पुलिस ने सोमवार को प्रियंका सिंह और मीतू सिंह द्वारा दायर याचिका को खारिज करने की मांग करते हुए एक हलफनामे में दिया था. जिसमें प्रियंका सिंह ने भाई की दवा के लिए एक फर्जी प्रिस्क्रिप्शन बनवया था. बता दे कि सितंबर में बांद्रा पुलिस ने राजपूत की बहनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.

बांद्रा पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक निखिल कापसे ने हलफनामे में उन आरोपों का खंडन किया कि पुलिस याचिकाकर्ताओं या किसी मृतक व्यक्ति की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रही है. हलफनामे में कहा गया है कि पुलिस केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा राजपूत की बहनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके जांच को “प्रभावित करने की कोशिश नहीं कर रही थी. हलफनामे में पीटीआई के मुताबिक, प्रियंका और मीतू के खिलाफ एफआईआर रिया चक्रवर्ती द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर दर्ज की गई थी.

Also Read: सुशांत सिंह राजपूत के परिवार की ओर से CBI को लिखी गयी चिट्ठी, नये पैनल से फॉरेन्सिक जांच कराने की मांग की

शपथ पत्र में यह भी कहा गया है कि रिया चक्रवर्ती ने अपने शिकायत में कहा था कि दिल्ली के डॉक्टर की मदद से सुशांत की बहनों ने एक नकली पर्चा बनवाया था और दवाईंया खरीदी थी.

वहीं सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा कि उस रिपोर्ट की एक प्रति बार-बार मांगी गयी, लेकिन एम्स के निदेशक सुधीर गुप्ता की ओर से कोई जवाब नहीं आया. परिवार ने एम्स की रिपोर्ट पर यह कहते हुए आपत्ति जतायी है कि गुप्ता के नेतृत्व वाले फोरेंसिक दल ने पोस्ट मार्टम रिपोर्ट नहीं सौंपी, बल्कि वह केवल मुंबई के कूपर अस्पताल की रिपोर्ट पर अपनी राय दे रहे थे.

सीबीआई को लिखे पत्र में कहा गया, ”इस संवेदनशील मामले पर पहले दिन से गुप्ता मीडिया को इंटरव्यू दे रहे हैं. संदिग्ध शव परीक्षण, जल्दबाजी में किये गये पोस्टमार्टम और अपराधस्थल से छेड़छाड़ पर कूपर अस्पताल के डॉक्टरों और मुंबई पुलिस से सवाल कर रहे हैं.” पत्र में कहा गया कि कूपर अस्पताल में किये गये पोस्टमार्टम में कई विसंगतियां थीं. पत्र के अनुसार मजिस्ट्रेट के आदेश के बिना पोस्टमार्टम रात में किया गया और नियमों की अनदेखी की गयी, जिसपर पूरी दुनिया के कई फॉरेन्सिक विशेषज्ञ एकमत हैं.

Posted By: Pawan Singh

Next Article

Exit mobile version