सुशांत सिंह मामले की जांच में तीन एजेंसिया लगी हुई. जो अलग-अलग एंगल से इस मामले की जांच कर रही है. इस बीच सुशांत मामले को लेकर मीडिया में जिस तरह की खबरे चल रही थी, जिस तरह इस मामले का मीडिया ट्रायल किया गया, उसके लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गयी थी. बॉम्बे हाईकोर्ट में इसपर जवाब देते हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि सीबीआई, एनसीबी और ईडी ने किसी प्रकार की जानकारी लीक नहीं की है. सुशांत सिंह राजपूत अपने आवास में 14 जून को मृत पाये गये थे.
सुशांत सिंह मौत मामले को लेकर हुए टेलीविजन कवरेज को पर सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों के क समूह से बॉम्बे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. उन्होंने दावा किया था इस मामले में संवेदनशील जानकारी मीडिया द्वारा प्रसारित की जा रही है.
याचिकाकर्ताओं ने इन जानकारियों के स्रोत पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या मामले की जांच कर रही अलग-अलग एजेंसियां इन संवेदनशील जानकारियों को लीक कर रही हैं. इस पीआईएल के जवाब में एजेंसियों ने अपने हलफनामों में कहा कि वे अपनी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह समझते हैं. हैं. उच्च न्यायलय में एएसजी अनिल सिंह ने कहा कि हम अपनी जिम्मेदारियों को जानते हैं और किसी भी एजेंसी द्वारा जानकारी लीक करने का कोई सवाल ही नहीं है.
इस मामले में सीबीआई उन परिस्थितियों की जांच कर रही है जिनके कारण बॉलीवुड अभिनेता की मृत्यु हुई थी. एनसीबी इस मामले में ड्रग एंगल की जांच कर रही है, जबकि ईडी बॉलीवुड अभिनेता रिया चक्रवर्ती के खिलाफ मनी-लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रही है. सभी एजेसियों की जांच अभी जारी है.
बॉम्बे हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति जीएस कुलकर्णी की पीठ में जनहित याचिकाओं पर अंतिम बहस हो रही थी. इस दौरान कहा गया है कि मीडिया को अभिनेता की मौत की जांच के कवरेज में संयमित रहने के लिए कहा जाना चाहिए.
मामले की सुनवाई कर रहे जजों ने कहा कि “मीडिया तब (अतीत में) तटस्थ था. अब इसका ध्रुवीकरण हो गया है. यह विनियमन का सवाल नहीं है, यह जांच और संतुलन का सवाल है. लोग भूल जाते हैं कि रेखाएं कहां खींचनी हैं. इसे लाइनों के भीतर ही करें.
Posted By: Pawan Singh