Covishield Vaccine भारत में निर्मित कोविड-19 के टीके एस्ट्राजेनेका की खुराक लेने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को फ्रांस में आने की अनुमति मिल गई है. यह फैसला रविवार से प्रभावी होगा. इस पर भारत में कोविशील्ड का निर्माण करने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदार पूनावाला का बयान सामने आया है. अदार पूनावाला ने इस फैसले का स्वागत किया है.
मालूम हो कि कोविड-19 की वैक्सीन एस्ट्राजेनेका को भारत में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा ही बनाया जा रहा है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सीआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि यात्रियों के लिए यह वास्तव में अच्छी खबर है. क्योंकि, हमने देखा कि 16 यूरोपीय देशों ने प्रवेश के लिए स्वीकार्य वैक्सीन के रूप में कोविशील्ड को मान्यता दे रहे हैं. हालांकि, वैक्सीन लगाए जाने के बावजूद, एंट्री के गाइडलाइंस अलग-अलग देशों में भिन्न हो सकते हैं.
It is indeed good news for travelers, as we see 16 European countries recognising COVISHIELD as an acceptable vaccine for entry. However, despite being vaccinated, entry guidelines might vary from country to country: Adar Poonawalla, CEO, Serum Institute of India pic.twitter.com/oOJG1i1UGt
— ANI (@ANI) July 17, 2021
उल्लेखनीय है कि फ्रांस ने भारत के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उत्पादित एस्ट्राजेनेका टीका लगवाने वालों को देश में आने की अनुमति यूरोपीय संघ द्वारा केवल यूरोप में उत्पादित एस्ट्राजेनेका टीके को मान्यता देने पर हुई आलोचना के बाद दी है. कई यूरोपीय देश पहले ही भारत में निर्मित एस्ट्राजेनेका टीके को मान्यता दे चुके हैं, जिनका बड़े पैमाने पर ब्रिटेन और अफ्रीका में इस्तेमाल हो रहा है. फ्रांस ने अबतक चीन या रूसी टीकों को मान्यता नहीं दी है. यूरोपीय संघ के औषधि नियामक ने अबतक फाइजर/बायोएनटेक, मॉडर्ना, जॉनसन ऐंड जॉनसन और एस्ट्राजेनेका के टीके को अधिकृत किया है.
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