रुसी वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V)कोरोना वायरस पर 80 प्रतिशत कारगर है. इस बात का दावा वैक्सीन के डेवलपर कर रहे हैं. उनका कहना है कि स्पूतनिक वी वैक्सीन कोरोना के नये स्ट्रेन पर प्रभावी है.
रसियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड का कहना है कि यह सिंगल डोज वैक्सीन किसी भी दूसरे दो डोज वाले वैक्सीन से ज्यादा प्रभावी है.
स्पूतनिक वी वैक्सीन को पहले सिर्फ रूस में अनुमति मिली थी, लेकिन फरवरी महीने में इसके विश्व भर में प्रभाव का डाटा जारी हुआ. इस वैक्सीन के तीसरे फेज का ट्राॅयल सात हजार लोगों पर किया गया है. पांच मई तक विश्व में पांच करोड़ लोग वैक्सीन ले चुके थे जो उनपर प्रभावी है.
स्पूतनिक वी को दो से आठ डिग्री तापमान तक सुरक्षित रखा जा सकता है जिसके कारण उसे कहीं भी लेकर आना-जाना सुरक्षित है. चूंकि इस वैक्सीन की एक ही डोज लगती है इसलिए इस वैक्सीन के जरिये लोगों को सुरक्षित करना भी ज्यादा आसान है.
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अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि भारत में स्पूतनिक वी वैक्सीन कब से लगना शुरू होगा. हालांकि इस वैक्सीन की पहली खेप भारत पहुंच चुकी है. जानकारी के अनुसार वैक्सीन की पहले टेस्टिंग होगी जिसमें दो सप्ताह तक लग सकता है. ऐसे में यह उम्मीद की जा सकती है कि जून महीने से स्पूतनिक वी का टीकाकरण शुरू हो जायेगा.