सूडान में हालात अस्थिर, विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा- भारतीयों को सुरक्षित निकालना प्राथमिकता
Foreign Secretary Vinay Kwatra: विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि सूडान में सुरक्षा संबंधी जमीनी हालात बेहद अस्थिर और अप्रत्याशित बने हुए हैं और वहां रह रहे अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालना भारत की प्राथमिकता है.
Sudan Violence: सूडान में इस समय हालात काफी नाजुक हो गए हैं. लेकिन, इसी बीच एक अच्छी खबर भी सामने आयी है. बता दें सूडान की आर्म्ड फोर्सेस ने अतिरिक्त 72 घंटों के लिए सीजफायर को बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. इस ऐलान के बाद सूडान से विदेशी नागरिकों को निकाला जाना काफी आसान हो जाएगा. इन विदेशी नागरिकों में भारतीय नागरिक भी शामिल हैं. अगर आप नहीं जानते हैं तो बता दें इस समय सूडान की राजधानी खार्तूम और पश्चिमी दार्फुरन क्षेत्र में और रैपिड सपोर्ट फोर्सेस के बीच जंग छिड़ी हुई है. बता दें भारतीय नागरिकों को सूडान से बाहर निकालने के लिए विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने भी बयान दिया है. अपने बयान में उन्होंने बताया कि अब प्राथमिकता सूडान में फंसे भारतीयों को बाहर निकालना है.
सूडान में सुरक्षा संबंधी जमीनी हालात बेहद अस्थिर
विदेश सचिव विनय क्वात्रा (Vinay Kwatra) ने बताया कि- सूडान में सुरक्षा संबंधी जमीनी हालात बेहद अस्थिर और अप्रत्याशित बने हुए हैं और वहां रह रहे अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालना भारत की प्राथमिकता है. हिंसाग्रस्त सूडान से नागरिकों को निकालने के भारत के अभियान ऑपरेशन कावेरी के तहत करीब 600 भारतीय स्वदेश पहुंच चुके हैं. विदेश सचिव ने बताया कि 360 भारतीय नागरिक बुधवार की रात को सऊदी अरेबिया की उड़ान से भारत आए, जबकि भारतीय वायु सेना के C17 विमान से 246 नागरिक महाराष्ट्र पहुंच रहे हैं.
1,700 से 2,000 नागरिक संघर्ष वाले क्षेत्र से बाहर
विदेश सचिव ने बताया कि करीब 1,700 से 2,000 नागरिक संघर्ष वाले क्षेत्र से बाहर आ गए हैं और इनमें वे नागरिक भी शामिल हैं जिन्हें पहले ही सूडान से निकाल लिया गया और जो खार्तूम से पोर्ट सूडान के रास्ते में हैं. वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया- आपरेशन कावेरी के तहत एक और विमान मुम्बई पहुंचा. 246 भारतीय स्वदेश लौटे. जबकि, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने अपने ट्वीट में कहा- INS तेग से जेद्दा पहुंचे 297 भारतीयों की आगवनी करके खुश हूं. इस दूसरे जहाज और कुल छह जत्थों में करीब 1,100 भारतीय सूडान से सुरक्षित निकाले गए.
नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी पक्षों के साथ बनाये सम्पर्क
दूसरी ओर, ऑपरेशन कावेरी के बारे में विदेश सचिव क्वात्रा ने संवाददाताओं को बताया- सूडान में भारत संघर्षरत दोनों पक्षों एवं अन्य हितधारकों के सम्पर्क में है और संबंधित पक्षों से सकारात्मक संकेत मिलने के बाद अपने नागरिकों को निकाल सका, क्योंकि वे समझते हैं कि नयी दिल्ली, खार्तूम के साथ मजबूत विकास गठजोड़ का पक्षधर रहा है. उन्होंने बताया- सूडान में सुरक्षा संबंधी जमीनी हालात बेहद अस्थिर बने हुए हैं. हम सूडान की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी पक्षों के साथ सम्पर्क बनाये हुए हैं. उन्होंने कहा- हमारा अनुमान है कि करीब 3,500 भारतीय नागरिक और करीब 1,000 भारतीय मूल के लोग (POI) वहां रह रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश के अनुसार हमारा पूरा प्रयास
विनय क्वात्रा ने कहा कि जहां पर लड़ाई चल रही है, वहां स्थिति बहुत अस्थिर एवं परिवर्तनशील है. इसलिए यह कहना कठिन है कि सूडान में संघर्षरत दोनों पक्षों में से किसका दबदबा कौन से क्षेत्र में है. हालांकि, हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी के साथ सम्पर्क बनाए हुए हैं. क्वात्रा ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के अनुसार हमारा पूरा प्रयास है कि जितने नागरिक संघर्ष वाले क्षेत्र में फंसे हुए हैं, उन्हें अति शीघ्र, सुरक्षित बाहर निकाला जाए और फिर उन्हें भारत लाने की व्यवस्था की जाए.
सऊदी अरब की सरकार से शानदार समर्थन
विनय क्वात्रा ने बताया कि सूडान से भारतीयों को लाने में सऊदी अरब की सरकार से शानदार समर्थन मिल रहा है जिसमें विभिन्न प्रकार की व्यवस्था करने के साथ पारगमन संबंधी प्रक्रियाओं को पूरा करना भी शामिल है. विदेश सचिव ने बताया कि 25 अप्रैल को आईएनएस सुमेधा से 278 नागरिकों को सूडान से निकाल कर जेद्दा लाया गया. इसी दिन C130J विमान की दो उड़ान से क्रमश: 121 और 135 नागरिकों को निकाला गया. उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल को नौसेना के जहाज INS तेग से 297 नागरिकों को तथा C130J विमान से 264 नागरिकों को निकाला गया.
320 भारतीय पोर्ट सूडान पर मौजूद
विनय क्वात्रा ने कहा कि अभी 320 भारतीय पोर्ट सूडान पर मौजूद हैं और उन्हें सऊदी अरब के शहर जेद्दा लाया जायेगा. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कावेरी में शामिल होने के लिए नौसेना का एक और जहाज INS तरकश पोर्ट सूडान पहुंच रहा है. मंत्रालय के अनुसार, खार्तूम से पोर्ट सूडान की दूरी 850 किलोमीटर है और बस से यह यात्रा करने में 12 से 15 घंटे का समय लगता है. आपरेशन कावेरी में भारतीय नौसेना के तीन जहाज आईएनएस सुमेधा, आईएनएस तेग और आईएनएस तरकश शामिल हैं. इसके अलावा वायु सेना के दो C130J विमान भी इस अभियान में शामिल हैं.
चौबीसों घंटे चलने वाला एक नियंत्रण कक्ष स्थापित
भारत ने सूडान की स्थिति को लेकर नयी दिल्ली में चौबीसों घंटे चलने वाला एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. इसके अलावा एक नियंत्रण कक्ष पोर्ट सूडान में और एक अन्य सऊदी अरब के शहर जेद्दा में स्थापित किया गया है. विदेश सचिव ने बताया कि 42 भारतीय नागरिक दक्षिणी सूडान की ओर चले गए हैं. उन्होंने कहा कि भारत सरकार का प्रयास अपने नागरिकों को सुरक्षित रहने का सुझाव देने और इसमें उनकी मदद करना है. उन्होंने कहा कि भारत को कुछ अन्य देशों से भी अपने नागरिकों को बाहर निकालने में मदद करने संबंधी सुझाव मिले हैं और हम उनकी मदद को इच्छुक हैं लेकिन यह प्रक्रियागत चीजों को पूरा करने पर निर्भर करता है.
भीषण लड़ाई में 400 से अधिक लोगों की जा चुकी जान
ज्ञात हो कि सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक समूह के बीच सत्ता हासिल करने के लिए भीषण संघर्ष जारी है. पिछले 13 दिनों से जारी भीषण लड़ाई में 400 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. सूडान में दोनों पक्षों के 72 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमत होने के बाद भारत ने वहां फंसे अपने नागरिकों को बाहर निकालने के प्रयास तेज कर दिये हैं. एक हाई लेवल बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूडान से 3,000 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की इमरजेंसी योजनाओं की तैयारी के निर्देश दिये थे. एक सप्ताह पूर्व एस. जयशंकर ने भारतीयों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और मिस्र के अपने समकक्षों से बात की थी. उन्होंने यूनाइटेड स्टेट्स महासचिव एंतोनियो गुतारेस के साथ बात की थी. (भाषा इनपुट के साथ)