Skill Development: अब स्विगी सरकार के साथ मिलकर कौशल विकास में करेगा मदद
युवाओं के कौशल विकास में फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी मदद करेगी. इस बाबत शनिवार को केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय और स्विगी के बीच एक समझौता हुआ है. समझौते के तहत स्विगी स्किल को लांच किया गया.
Skill Development: देश को वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य रखा गया है. विकसित भारत के लक्ष्य के लिए कौशल विकास को प्राथमिकता दी जा रही है. अब युवाओं के कौशल विकास में फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी मदद करेगी. इस बाबत शनिवार को केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय और स्विगी के बीच एक समझौता हुआ है. समझौते के तहत स्विगी स्किल को लांच किया गया. इसके जरिये युवाओं को स्विगी फूड डिलीवरी और ऑनलाइन व्यापार के कई पहलुओं को विकसित करने की ट्रेनिंग दी जायेगी. सरकार का मानना है कि इससे रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे. समझौते के तहत युवाओं को रेस्टोरेंट ऑपरेशन, रिटेल मैनेजमेंट के विभिन्न पहलुओं की ट्रेनिंग दी जाएगी. साथ ही इंटर्नशिप का मौका भी मुहैया कराया जाएगा. स्विगी स्किल इनिशिएटिव के तहत इसे स्किल इंडिया डिजिटल हब के साथ जोड़ा जाएगा और यह युवाओं को स्किल डेवलपमेंट के कई तरह के ऑनलाइन कोर्स मुहैया करायेगा. इससे स्विगी के 2.4 लाख डिलीवरी पार्टनर को मदद मिलेगी.
लॉजिस्टिक क्षेत्र के विकास से हासिल होगा विकसित भारत का लक्ष्य
मंत्रालय और स्विगी के बीच हुए समझौते के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता(स्वतंत्र प्रभार) मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि देश के लॉजिस्टिक क्षेत्र में विकास की अपार संभावना है. इसे देखते हुए सरकार ने नेशनल लॉजिस्टिक पॉलिसी को शुरू किया है. इस क्षेत्र के विकास के लिए इकोसिस्टम को मजबूत किया जा रहा है. इसके लिए कौशल विकास और शिक्षा के महत्व को प्राथमिकता देने का काम हो रहा है. स्विगी के साथ हुए समझौते से जाहिर होता है कि निजी क्षेत्र की भागीदारी से इस क्षेत्र में नये मौके की खोज हो सकती है और युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकते हैं. मौजूदा समय में स्विगी 700 शहरों में काम कर रहा है और फूड डिलीवरी के क्षेत्र में बड़ा मुकाम हासिल कर चुका है. इसके कई रेस्टोरेंट के साथ संपर्क हैं. इस मौके पर स्विगी फूड मार्केटप्लेस के सीईओ राेहित कपूर ने कहा कि इससे रेस्टोरेंट में काम करने वाले कर्मचारियों को भी कौशल विकास को बेहतर करने में मदद मिलेगी. हमारे दो लाख रेस्टोरेंट सहयोगी है. हमारी कोशिश युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मार्केटिंग, रिटेल, क्विक कॉमर्स के क्षेत्र में युवाओं के लिए ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार करना है.