Skill Development: समाज के वंचित तबकों को कौशल विकास प्रदान करेगा विजन पोर्टल
वंचित तबकों में शिक्षा, कौशल विकास और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए विकसित भारत इनिशिएटिव फॉर स्टूडेंट इनोवेशन एंड आउटरीच नेटवर्क(विजन) पोर्टल शुरू किया गया है. सरकार का मानना है कि समाज के वंचित बच्चों को सहायता मुहैया कराने से विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी.
Skill Development: समाज के वंचित तबकों में शिक्षा, कौशल विकास और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए विकसित भारत इनिशिएटिव फॉर स्टूडेंट इनोवेशन एंड आउटरीच नेटवर्क(विजन) पोर्टल शुरू किया गया है. सरकार का मानना है कि समाज के वंचित बच्चों को सहायता मुहैया कराने से विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी और स्टार्टअप कौशल जमीनी स्तर पर छात्रों को सशक्त बनाने का काम करेगा. इस पोर्टल के जरिये देश के सुदूर क्षेत्र के छात्रों को ट्रेनिंग और कौशल विकास तक पहुंच सुनिश्चित होगी.
पोर्टल की शुरुआत करते हुए केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि विजन पोर्टल से देश के सबसे वंचित तबके के छात्र को भी यह पता चल सकेगा कि मुख्यधारा में क्या हो रहा है. सरकार की कोशिश स्टार्टअप इकोसिस्टम तक सबकी पहुंच सुनिश्चित करना है. देश ने स्टार्टअप क्षेत्र में हाल के वर्षों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है. वर्ष 2014 में देश में लगभग 400 स्टार्टअप थे, जो अब बढ़कर 1.67 लाख हो गया है. वैश्विक स्तर पर स्टार्टअप के मामले में भारत तीसरे स्थान पर है.
बायोटेक क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है देश
इनोवेशन समाज और विकास दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. जम्मू-कश्मीर में लैवेंडर फार्मिंग स्टार्टअप का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में व्यापक बदलाव आया है. लोगों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि स्टार्टअप सिर्फ आईटी क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है. इससे कृषि, स्पेस, बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाया जा सकता है. आज बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र देश की आर्थिक और पर्यावरण के भविष्य का निर्धारण कर रहा है. आने वाली औद्योगिक क्रांति बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र के जरिये आयेगी. इसे देखते हुए सरकार बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र के विकास को विशेष प्राथमिकता दे रही है.
वर्ष 2014 में इस क्षेत्र में सिर्फ 50 स्टार्टअप थे, जो अब बढ़कर 9 हजार हो गये हैं. डीएनए वैक्सीन और बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च के प्रति युवाओं का आकर्षण बढ़ रहा है. ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच खाई को तकनीक के जरिये दूर किया जा सकता है. दूर-दराज के कई छात्रों ने बिना कोचिंग और लाइब्रेरी तक पहुंच के लिए स्मार्ट फोन का प्रयोग कर आईआईटी, मेडिकल और सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है. आने वाले समय में विजन पोर्टल ऐसे छात्रों को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगा.
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