Emergency Landing: बेंगलुरु से माले जा रहे Go First विमान से निकला धुआं, कोयंबटूर में उतारा गया
गो फर्स्ट के एक विमान को अलार्म में कुछ गड़बड़ी के कारण कोयंबटूर में उतारा गया. गो फर्स्ट के प्रवक्ता ने बताया, गो फर्स्ट की इंजीनियरिंग टीम मामले की पड़ताल कर रही है, इसका समाधान किया जा रहा है.
विमानन कंपनी गो फर्स्ट के एक विमान को गलत स्मोक अलार्म (धुआं संबंधी चेतावनी) के कारण शुक्रवार को उड़ान के बीच कोयंबटूर हवाई अड्डे पर उतारना पड़ा. आधिकारिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि बेंगलुरु से माले जा रहे इस विमान में 92 यात्री सवार थे. उन्होंने बताया कि विमान के दोनों इंजन कथित रूप से गर्म हो गए थे, इसलिए स्मोक अलार्म सक्रिय हो गया.
A Go First flight, carrying 92 passengers, from Bengaluru to Malé (Maldives) had an emergency landing today at 12pm at Coimbatore airport after the engine overheat warning bell rang, an hour after the takeoff. All passengers safely disembarked: Airport officials pic.twitter.com/sBqSRTBHA5
— ANI (@ANI) August 12, 2022
जांच में जुटी इंजीनियरिंग टीम
बताया जा रहा है कि इंजीनियरों ने इंजनों की पड़ताल करने के बाद बताया कि अलार्म में कुछ गड़बड़ी थी और विमान उड़ान भरने के लिए बिलकुल सही स्थिति में है. सूत्रों ने बताया कि पड़ताल के बाद विमान अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गया. घटना के बारे में सवाल करने पर गो फर्स्ट के प्रवक्ता ने बताया, गो फर्स्ट की इंजीनियरिंग टीम मामले की पड़ताल कर रही है, इसका समाधान किया जा रहा है.
एक साल में 478 विमानों में तकनीकी खराबी के मामले
जानकारी हो की पिछले एक साल में 478 विमानों में तकनीकी खराबी के मामले सामने आए है. इस संबंध में सरकार ने संसद में बताया था कि पिछले साल यानी एक जुलाई से इस साल 30 जून के बीच विमानों में तकनीकी खराबी के कुल 478 मामले सामने आए है. नागर विमानन राज्यमंत्री वी के सिंह ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा में यह जानकारी दी थी.
एयर इंडिया में 184 तकनीकी खराबी के मामले
पिछले एक साल में एयर इंडिया के विमानों में तकनीकी खराबी के 184 मामले सामने आए जबकि इंडिगो के विमानों में 98 और स्पाइस जेट के विमानों में 77 ऐसे मामले सामने आए हैं. जानकारी के अनुसार गो एयर में ऐसे मामलों की संख्या 50 थी जबकि विस्तारा में 40, एयर एशिया में 14 तथा एयर इंडिया एक्सप्रेस में 10 रही.
जानें सरकार ने संसद में क्या कहा
एक सवाल के जवाब में नागर विमानन राज्यमंत्री ने कहा था कि विमानों में लगे उपकरणों में खराबी के कारण, तकनीकी कठिनाइयों का अनुभव हो सकता है, जिसके मद्देनजर विमानन कंपनियों द्वारा सुधार अपेक्षित है ताकि यात्रियों को सुरक्षित, कुशल और विश्वसनीय विमान यात्रा सेवा प्रदान की जा सके.
इनपुट- भाषा के साथ