Smriti Irani का कांग्रेस पर हमला, कहा- राहुल गांधी का जीवन संसदीय परंपराओं का अपमान करते बीता
स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर बुधवार को हमला बोला. उन्होंने कहा कि राहलु गांधी का राजनीतिक जीवन संसदीय परंपराओं का अपमान करते बीता हो. आज वे संसदीय कार्यवाही न हो इसके लिए अपने आप को समर्पित कर रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. स्मृति इराने ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राहुल गांधी से BJP के कार्यकर्ता पूछ रहे हैं कि आपने अपने संसदीय इतिहास में लोकसभा में कितने प्रइवेट मेंबर विधेयक लाए हैं. उन्होंने आगे कहा जिनका पूरा राजनीतिक जीवन संसदीय परंपराओं का अपमान करते बीता हो. आज वे संसदीय कार्यवाही न हो इसके लिए अपने आप को समर्पित कर रहे हैं.
A gentleman whose entire political history has been dotted with showing disrespect to Parliamentary procedure is adamant to bring down the productivity of Lok Sabha: BJP's Smriti Irani on Rahul Gandhi pic.twitter.com/JswA96GdF0
— ANI (@ANI) July 20, 2022
राहुल गांधी की उपस्थिती 40 फीसदी से भी कम- ईरानी
ईरानी ने निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी ने अमेठी के सांसद होने के नाते एक भी प्रश्न नहीं किया. वहीं, राहुल गांधी की वायनाड जाने के बाद 2019 के शीतकालीन सत्र में उपस्थिती 40 फीसदी से भी कम रही है.
कांग्रेस का सदन में हंगामा
बताते चले कि मॉनसून सत्र में राहुल गांधी समेत कांग्रेस और कुछ अन्य सहयोगी दलों के सांसदों ने महंगाई और कई जरूरी खाद्य वस्तुओं को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाए जाने के विरोध में संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बीते दिन मंगलवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार की नितियों पर बैनर के माध्यम से निशाना साधा. बैनर में गैस सिलेंडर की तस्वीर थी और लिखा था दाम बढ़ने से आम नागरिकों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है, वे कैसे जीवन यापन करेंगे.
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जीएसटी परिषद के फैसले को वापस लेने की मांग
विपक्षी सांसदों ने दूध-दही पर जीएसटी वापस लो के नारे भी लगाए. गौरतलब है कि जीएसटी परिषद के फैसले लागू होने के बाद सोमवार से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो गईं. इनमें पहले से पैक और लेबल वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, पनीर और दही शामिल हैं, जिन पर पांच प्रतिशत जीएसटी देना होगा. बता दें कि हंगामे के बीच चल रहे मानसून का सत्र 12 अगस्त तक चलेगा. सत्र के दौरान 18 बैठकें होंगी.