दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि सत्येंद्र जैन (satyendar jain)द्वारा हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से 16.39 करोड़ रुपये का काला धन 4 कंपनियों को दिया गया है, फिर भी सीएम अरविंद केजरीवाल चुप हैं और जांच एजेंसियों को दोष दे रहे हैं. ये बात सत्येंद्र जैन मामले को लेकर स्मृति ईरानी (smriti irani) ने गुरुवार को कही.
Delhi HC said in its order that Rs 16.39 cr black money was moved to 4 shell companies through hawala operators by Satyendra Jain, still CM Arvind Kejriwal is silent on it & is still blaming the investigating agencies: Union minister Smriti Irani pic.twitter.com/DAY7fKc2JD
— ANI (@ANI) June 2, 2022
इधर सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi Cm Arvind Kejriwal) ने कहा कि केंद्र सरकार उनके पार्टी और मंत्रियों को बदनाम करना चाहती है. केंद्र सरकार आम आदमी पार्टी के सभी मंत्रियों और विधायकों को गिरफ्तार करे. उन्होंने कहा कि जैन की गिरफ्तारी के कारण मोहल्ला क्लीनिक और यमुना नदी की सफाई जैसी कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं में देरी होगी. बता दें कि, इस साल फरवरी में सत्येंद्र जैन से लोक निर्माण विभाग पीडब्ल्यूडी का प्रभार लेकर भी सिसोदिया को सौंपा गया था. पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल ने दावा किया था कि जैन को ईडी द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है.
Also Read: Satyendra Jain Case: सत्येंद्र जैन मामले में सीबीआई का दावा, कहा- नहीं दाखिल हुई है क्लोजर रिपोर्ट
सत्येंद्र जैन को 30 मई को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया था और निचली अदालत ने 31 मई को उन्हें नौ जून तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया.
गौरतलब है कि 24 अगस्त 2017 को सीबीआई ने सत्येंद्र जैन और अन्य लोगों के खिलाफ IPC की धारा 109 और प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. ये पूरा मामला आय से अधिक संपत्ती का है. चार्जशीट में बतया गया की 2015 से 2017 के बिच मंत्री पद पर रहते हुए सत्येंद्र जैन के सम्पति में वृद्धि हुई है. सत्येंद्र जैन के पास अज्ञात स्तोत्र से हुई कमाई से 200 फीसदी से ज्यादा सम्पति अर्जित की है. वहीं, जांच एजेंसी ने बतााय कि इन पैसों का इस्तमाल ज़मीन खरीदने के लिए किया गया था.