Trupti Desai detain : सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई को आज पुलिस ने शिरडी जाने के क्रम में हिरासत में ले लिया. तृप्ति देसाई के साथ उनके संगठन के कुछ सहयोगी भी थे.
गौरतलब है कि तृप्ति देसाई ने इस बात की सूचना पहले ही दी थी कि वह शिरडी में साईं बाबा के मंदिर जाकर उस बोर्ड को हटायेंगी जिसमें यह लिखा गया है कि श्रद्धालु मंदिर में सभ्य तरीके से कपड़े पहनकर आयें.
तृप्ति ने कहा था कि मंदिर का प्रबंधन खुद ही इस आपत्तिजनक बोर्ड को हटा दें अन्यथा वे अपने सहयोगियों के साथ आकर 10 दिसंबर को इसे हटा देंगी.
तृप्ति की चेतावनी के बाद शिरडी के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट ने उनसे यह कहा था कि कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर वे यहां ना आयें, लेकिन तृप्ति देसाई ने आदेश नहीं माना और शिरडी के लिए रवाना हो गयी, जिसके बाद उन्हें अहमदनगर क्षेत्र में हिरासत में ले लिया गया.
अहमदनगर के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तृप्ति देसाई को उनके 15 सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया गया है. साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि मंदिर में प्रवेश के लिए कोई ड्रेस कोड जारी नहीं किया गया है, बस एक अपील की गयी है.
ट्रस्ट ने बताया कि उन्हें कई शिकायत मिली थी कि कुछ लोग मंदिर में आपत्तिजनक तरीके से कपड़े पहनकर आ जाते हैं, जिसके बाद एक संदेश अपील के तौर पर लगाया गया ताकि मंदिर में आने वाला हर श्रद्धालु सहज महसूस कर सके.
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भूमाता ब्रिगेड की फाउंडर है तृप्ति देसाई
तृप्ति देसाई भारत की सामाजिक कार्यकर्ता हैं. उन्होंने भूमाता ब्रिगेड संगठन की स्थापना की है. भूमाता ब्रिगेड धार्मिक स्थलों पर महिलाओं को समान अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष करती है. शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं को प्रवेश दिलाने के संघर्ष के बाद तृप्ति देसाई चर्चा में आयी थीं. उन्होंने हाजी अली दरगाह, महालक्ष्मी मंदिर और सबरीमाला मंदिर में भी महिलाओं को प्रवेश दिलाने के लिए संघर्ष किया है.
Posted By : Rajneesh Anand