भारत सरकार से जुड़ी फर्जी खबरों का खंडन करनेवाली पीआईबी फैक्ट चेक की किसी ने बना दी फर्जी वेबसाइट
Fake news, PIB Fact Check, Fake website : नयी दिल्ली : फेक न्यूज के संबंध में फर्जी सूचना और अफवाहों का खंडन करनेवाले भारत सरकार के प्रेस सूचना कार्यालय की एक फर्जी वेबसाइट सामने आयी है. भारत सरकार के प्रेस सूचना कार्यालय ने ट्वीट कर बताया है कि वेबसाइट 'http://pibfactcheck.in' फर्जी है. यह ऑफिशियल वेबसाइट नहीं है. इससे बचने की जरूरत है.
नयी दिल्ली : फेक न्यूज के संबंध में फर्जी सूचना और अफवाहों का खंडन करनेवाले भारत सरकार के प्रेस सूचना कार्यालय की एक फर्जी वेबसाइट सामने आयी है. भारत सरकार के प्रेस सूचना कार्यालय ने ट्वीट कर बताया है कि वेबसाइट ‘http://pibfactcheck.in’ फर्जी है. यह ऑफिशियल वेबसाइट नहीं है. इससे बचने की जरूरत है.
A website "https://t.co/S9SxZ50iRu" is falsely claiming to be the official website of #PIBFactCheck
Don't fall for these fraudulent websites!❌
Follow @PIBFactCheck to stay updated with fact checks related to the Government of India or visit: https://t.co/D9HAmFgqYO. pic.twitter.com/ghwlGNMjbz
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 23, 2021
जानकारी के मुताबिक, डिजिटल क्रांति के दौर में छोटी-से-छोटी सूचनाएं, खबरें अब फेसबुक, व्हाट्सऐप, ट्वीटर, इन्स्टाग्राम, टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्मों के जरिये कुछ ही मिनटों में दुनियाभर में पहुंच जाती है. ऐसे में कई खबरें और सूचनाएं फर्जी भी होती हैं.
सरकार से जुड़ी फर्जी खबरों और सूचनाओं पर अंकुश लगाने के लिए भारत सरकार के प्रेस सूचना कार्यालय ने फैक्ट चेक शुरू किया. साथ ही सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर भी फर्जी खबरों और सूचनाओं का खंडन करना शुरू किया.
अब पीआईबी ने ट्वीट कर बताया है कि पीआईबी की वेबसाइट पर फैक्ट चेक के लिंक ‘https://pib.gov.in/factcheck.aspx’ से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट ‘http://pibfactcheck.in’ बना दी गयी है. पीआईबी ने अपील की है कि इस तरह की फर्जी वेबसाइट के झांसे में ना पड़ें.
वेबसाइट ‘http://pibfactcheck.in’ के About us सेक्शन में बताया गया है कि वह एक ऑनलाइन मीडिया हाउस है, जो भारत और दुनियाभर से नवीनतम समाचार और जानकारी प्रदान करते हैं. हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि खबर असली और सच्ची हो. वेबसाइट का एडिटर प्रवीण बताया गया है. वहीं संपर्क सेक्शन में सिर्फ ई-मेल आईडी दी गयी है.
साथ ही कहा गया है कि सभी समाचारों के तथ्य जांच के लिए समर्पित हैं. अधिकतर सरकारी स्पष्टीकरणों से संबंधित हैं. सोशल मीडिया पर प्रकाशित समाचारों की जांच करते हैं. समाचारों को क्रॉस चेक करते हैं, यदि यह फर्जी है, तो हम इसे वेबसाइट में प्रकाशित करते हैं. साथ ही जांच को सत्यापित करने के लिए आवश्यक लिंक भी प्रदान करते हैं.