नई दिल्ली : भारत के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कांग्रेस में बिना शर्त शामिल नहीं होंगे. पार्टी सूत्रों के हवाले से मीडिया में आ रही खबरों को मानें तो कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर के सामने कई शर्तें रखी हैं. उन्होंने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से स्पष्ट शब्दों में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) से डील तोड़ने की बात कही है. वहीं, सूत्र यह भी बताते हैं कि प्रशांत किशोर ने भी सोनिया गांधी के सामने खुद को फ्री हैंड छोड़ने की शर्त रखी है.
प्रशांत किशोर पर जल्द फैसला लेंगी सोनिया गांधी
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने मीडिया को बताया कि प्रशांत किशोर इस समय कई सियासी दलों के लिए काम कर रहे हैं. इसमें टीएमसी और टीआरएस भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, ‘हम यह चाहते हैं कि प्रशांत किशोर सभी पार्टियों से अलग करके सिर्फ कांग्रेस के लिए काम करें.’ हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल कराने का सोनिया गांधी जल्द ही ऐलान कर सकती हैं. कांग्रेस में उनकी भूमिका क्या होगी? इस सवाल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस मामले पर सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका से विचार-विमर्श करने के बाद ही फैसला किया जाएगा.
कांग्रेस में फ्री हैंड चाहते हैं प्रशांत किशोर
पार्टी के सूत्र यह भी बताते हैं कि सोनिया गांधी की ओर से टीएमसी और टीआरएस से डील तोड़ने की शर्त रखे जाने के बाद प्रशांत किशोर ने भी कांग्रेस के सामने अपनी मांग रखी हैं. सूत्र बताते हैं कि प्रशांत किशोर ने सोनिया गांधी के सामने कांग्रेस में अपनी कार्ययोजना पर काम करने के लिए पूरी तरह से फ्री हैंड छोड़ने की मांग रखी. सूत्रों ने कहा कि प्रशांत किशोर यह चाहते हैं कि वे केवल सोनिया गांधी को ही रिपोर्ट करें. इसके साथ ही, वे चुनावी राज्यों में अपनी रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए आवश्यक सियासी अधिकार भी चाहते हैं.
सोनिया गांधी ने पैनल का किया गठन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मीडिया को बताया कि प्रशांत किशोर एक ठोस रणनीतिक योजना लेकर आए हैं और समिति ने इस पर आगे चर्चा की है. उन्होंने कहा कि इससे पार्टी को मदद मिलेगी. कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने बताया कि सोनिया गांधी ने एक पैनल का गठन किया है, जिसमें दिग्विजय सिंह के साथ प्रियंका गांधी, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, जयराम रमेश, पी चिदंबरम और रणदीप सुरजेवाला को शामिल किया गया है. इस पैनल ने इस सप्ताह के दौरान कई घंटों तक बैठक की और कई दौर की चर्चा की.