Congress Working Committee Meeting: कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक बिना किसी बड़े फैसले के संपन्न हो गयी. बैठक में सोनिया गांधी ने अपने, अपने बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा के इस्तीफे की पेशकश की, लेकिन कार्य समिति ने सर्वसम्मति से उसे ठुकरा दिया. इसके बाद कांग्रेस के सीनियर लीडर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी अभी पद पर बनी रहेंगी.
कार्य समिति की बैठक खत्म होने के बाद श्री खड़गे ने पत्रकारों से कहा कि सोनिया गांधी हमारी नेता हैं और वह पार्टी की कमान संभालती रहेंगी. कार्य समिति की बैठक में शामिल सभी लोगों ने उनके नेतृत्व में आस्था व्यक्त की है. हम सभी को उन पर पूरा भरोसा है. वर्तमान परिस्थितियों से कैसे निबटना है, उस पर हम बाद में फैसला करेंगे. बता दें कि कार्य समिति की बैठक हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी शिकस्त पर मंथन करने के लिए बुलायी गयी थी.
अपने संबोधन में सोनिया गांधी ने कहा कि अगर पार्टी चाहे, तो वह इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी सभी पदों से इस्तीफा दे देंगे. लेकिन, कार्य समिति ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से आग्रह किया कि वह संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक अध्यक्ष बनी रहें. वह पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जरूरी कदम उठाएं. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक, सीडब्ल्यूसी की बैठक में यह फैसला भी किया गया कि संसद का बजट सत्र खत्म होते ही ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन किया जायेगा, जिसमें आगे की रणनीति तय की जायेगी.
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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई सीडब्ल्यूसी की बैठक पार्टी मुख्यालय में करीब साढ़े चार घंटे से अधिक समय तक चली. बैठक के बाद वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा कि सभी ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया. कार्य समिति ने उनसे आग्रह किया कि वे पार्टी को मजबूत करने के लिए जरूरी बदलाव करें. उन्होंने बताया कि संसद के बजट सत्र के तत्काल बाद ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन होगा.
Congress interim president Sonia Gandhi in her speech said that if the party feels we all three (herself, Rahul Gandhi, Priyanka Gandhi Vadra) are ready to resign, but CWC unanimously rejected this: Sources pic.twitter.com/vYMRPkEW2D
— ANI (@ANI) March 13, 2022
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि हर नेता ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया और संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक उनसे अध्यक्ष पद पर बने रहने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि बैठक में हर चुनावी राज्य के प्रभारियों एवं वरिष्ठ नेताओं ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष समग्र रिपोर्ट पेश की. सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की यह भावना रही है कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष पद की कमान संभाले, लेकिन अध्यक्ष का फैसला संगठनात्मक चुनाव के माध्यम से ही होगा.
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इस बैठक में सोनिया गांधी के अलावा, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कई अन्य नेता शामिल हुए. इसमें ‘जी 23’ के नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और मुकुल वासनिक भी शामिल हुए. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस बैठक में शामिल नहीं हुए. वरिष्ठ नेता एके एंटनी कोविड19 से संक्रमित होने के कारण बैठक में मौजूद नहीं हो सके.
इस महत्वपूर्ण बैठक से एक दिन पहले मीडिया के एक हिस्से में खबर आयी थी कि गांधी परिवार पार्टी के पदों से इस्तीफे की पेशकश कर सकता है, हालांकि कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से इस खबर का खंडन करते हुए इसे ‘गलत एवं शरारतपूर्ण’ करार दिया था. बैठक से पहले, गहलोत, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और कई अन्य नेताओं ने राहुल गांधी को फिर से पार्टी का अध्यक्ष बनाने की मांग की.
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज के समय में राहुल गांधी देश के इकलौते नेता हैं, जो पूरे दमखम के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला कर रहे हैं. शिवकुमार ने ट्वीट किया, ‘जैसा मैंने पहले कहा है कि राहुल गांधी को तत्काल पूर्णकालिक अध्यक्ष की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. यह मेरे जैसे पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं की इच्छा है.’
सीडब्ल्यूसी की बैठक के दौरान पार्टी के कई नेता एवं कार्यकर्ता पार्टी के मुख्यालय के निकट एकत्र हुए और राहुल गांधी के समर्थन में नारेबाजी की तथा उन्हें पार्टी की कमान एक बार फिर से सौंपने की मांग की. यह अहम बैठक ऐसे समय हुई है, जब कांग्रेस ने पंजाब में सत्ता गंवा दी और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है. सोनिया गांधी पिछले कुछ समय से सक्रिय रूप से प्रचार नहीं कर रही हैं, प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे हैं. (एजेंसी इनपुट के साथ)
Posted By: Mithilesh Jha