अब कृषि के क्षेत्र में ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा. अब किसानों को फसलों के बीच घुसकर खाद और दवाई का छिड़काव करने से मुक्ति मिलेगी. इससे किसानों की किसानी सुधरेगी साथ ही उनके जीवन में भी बदलाव आएगा. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने ड्रोन नियम-2021 में बदलाव कर इसे स्वामित्व और संचालन के लिए काफी आसान बना है. इसी कड़ी में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बीते दिन यानी मंगलवार को कृषि क्षेत्र में ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर एसओपी जारी कर दिया है.
केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि कार्य में ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर कहा है कि, कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल से किसानों को बहुत फायदा होगा. उन्होंने इस समय की जरूरत बताया है. तोमर ने कहा है कि केन्द्र सरकार की मंशा है कि आने वाले नये साल यानी 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाए. तोमर ने यह भी कहा कि, पीएम मोदी सरकार की मुख्य एजेंसी है देश कृषि क्षेत्र का आधुनिकीकरण करना.
कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि, फसलों के बीच जाकर दवा और खाद्द का छिड़काव किसानों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. लेकिन अब ड्रोन के इस्तेमाल से किसानों का काम काफी आसान हो जाएगा. उन्होंने कहा कि ड्रोन के जरिए अब किसान कम समय में ज्यादा बड़े क्षेत्र में दवा का छिड़काव कर सकते हैं. वहीं, ड्रोन के इस्तेमाल से मजदूरों के अभाव की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा.
क्या है ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर जारी एसओपी: ड्रोन से छिड़काव के लिए क्षेत्र की मार्किंग ड्रोन ऑपरेटर करेंगे. साथ ही उन्हें अप्रूव्ड इंसेक्टिसाइड का ही उपयोग करना होगा. ड्रोन के इस्तेमाल से 24 घंटे पहले अथॉरिटी को इसकी जानकारी देनी होगी. ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और कृषि अधिकारी को इसकी जानकारी देनी होगी. जिन इलाके में ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा, वहां ड्रोन ऑपरेशन से जुड़े लोगों के अलावा किसी को जाने की इजाजत नहीं होगी.
Posted by: Pritish Sahay