नयी दिल्ली : खेलो इंडिया विंटर गेम्स का वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि खेल सिर्फ एक शौक या ‘टाइम पास’ नहीं हैं. खेल में, हम टीम भावना सीखते हैं. हार में नये तरीके खोजते हैं और जीत दोहराते हैं. खेल खिलाड़ियों के जीवन और जीवन शैली को आकार देते हैं. यह आत्मविश्वास बढ़ाता है.
Sports are not just a hobby or 'time pass'. In sports, we learn team spirit, look for new ways in defeats & learn to repeat victories. Sports shape the lives & lifestyle of players. It boosts self-confidence: PM Narendra Modi at 2nd Khelo India Winter Games, via video conference pic.twitter.com/mH7N1yloNX
— ANI (@ANI) February 26, 2021
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुलमर्ग में आयोजित खेलो इंडिया विंटर गेम्स का शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज से खेलो इंडिया विंटर गेम्स का दूसरा संस्करण शुरू हो रहा है. ये विंटर गेम्स में भारत की प्रभावी उपस्थिति के साथ ही जम्मू-कश्मीर को इसका एक बड़ा हब बनाने की तरफ बड़ा कदम है.
उन्होंने कहा कि गुलमर्ग शो जम्मू-कश्मीर में हो रहे ये खेल शांति और विकास की नयी ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए तैयार हैं. इन शीतकालीन खेलों से राज्य में एक नया खेल पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने में मदद मिलेगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि ”खेल सिर्फ एक शौक या ‘टाइम पास’ नहीं हैं. खेल में, हम टीम भावना सीखते हैं. हार में नये तरीके खोजते हैं और जीत दोहराते हैं. खेल खिलाड़ियों के जीवन और जीवन शैली को आकार देते हैं. यह आत्मविश्वास बढ़ाता है.”
उन्होंने कहा कि आज खेल एक ऐसा क्षेत्र बन गया है, जो पूरी दुनिया में देश की छवि का भी और देश की शक्ति का भी परिचय कराता है. दुनिया के कई छोटे-छोटे देश खेल के कारण अपनी पहचान बनाते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भारत में खेल विश्वविद्यालय खोल रहे हैं. हम यह देख रहे हैं कि हम खेल विज्ञान और प्रबंधन को स्कूल स्तर तक कैसे ले जा सकते हैं. यह हमारे युवाओं को अधिक अवसर देगा और खेल अर्थव्यवस्था में भारत की भागीदारी बढ़ायेगा.
नरेंद्र मोदी ने नयी शिक्षा नीति पर कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी स्पोर्ट्स को बहुत ज्यादा महत्व दिया गया है. पहले स्पोर्ट्स को सिर्फ अतिरिक्त पाठयक्रम गतिविधि माना जाता था, अब स्पोर्ट्स पाठयक्रम का हिस्सा होगा. स्पोर्ट्स की ग्रेडिंग भी बच्चों की शिक्षा में काउंट होगी.
उन्होंने कहा कि जब आप खेलो इंडिया-विंटर गेम्स में अपनी प्रतिभा दिखाएं, तो ये भी याद रखें कि आप सिर्फ एक खेल का ही हिस्सा नहीं हैं, बल्कि आप आत्मनिर्भर भारत के ब्रांड एंबेसेडर भी हैं. आप जो मैदान में कमाल करते हैं, उससे दुनिया भारत का मूल्यांकन करती है.