श्रीलंका के मुद्दे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर की अध्यक्षता में 19 जुलाई को सर्वदलीय बैठक: प्रह्लाद जोशी
Sri Lanka Ciris|All Party Meeting|प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक के लिए हमने 45 दलों को आमंत्रित किया था. इनमें से 36 दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए. 36 नेताओं ने अपने-अपने विचार रखे. अपने सुझाव भी दिये और अपनी मांगें भी रखीं.
श्रीलंका संकट पर विदेश मंत्री एस जयशंकर की अध्यक्षता में मंगलवार (19 जुलाई 2022) को सर्वदलीय बैठक बुलायी गयी है. बैठक की अध्यक्षता विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर (Dr S Jaishankar) करेंगे. यह जानकारी संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दी है. उन्होंने रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक के बारे में भी मीडिया को जानकारी दी.
45 दलों को आमंत्रित किया था, 36 बैठक में शामिल हुए
प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) के लिए हमने 45 दलों को आमंत्रित किया था. इनमें से 36 दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए. 36 नेताओं ने अपने-अपने विचार रखे. अपने सुझाव भी दिये और अपनी मांगें भी रखीं. उन्होंने कई मुद्दों पर सरकार को चर्चा कराने के सुझाव दिये. श्री जोशी ने कहा कि सरकार सदन में सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है.
संसद की छवि खराब करने की कोशिश कर रहा विपक्ष: प्रह्लाद जोशी
इससे पहले उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वह गैर-मुद्दों को मुद्दा बना रहा है और संसद की छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद के मॉनसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक के बाद कहा कि सरकार संसद के नियमों और प्रक्रियाओं के तहत सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है.
अससंदीय शब्दों की सूची पर विवाद के लिए विपक्ष की निंदा की
उन्होंने पिछले कई वर्षों से नियमित रूप से जारी किये जा रहे असंसदीय शब्दों की सूची और परिपत्रों पर विवाद खड़ा करने के लिए विपक्ष की निंदा की. कहा कि वर्ष 1954 से इस तरह की परिपाटी चली आ रही है, जब पहली ऐसी सूची पेश की गयी थी. उन्होंने कहा कि विपक्ष ऐसा इसलिए कर रहा है, क्योंकि उसके पास सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है.
2014 से पहले कभी सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुए प्रधानमंत्री
सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति को लेकर विपक्ष की आलोचना पर श्री जोशी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री वर्ष 2014 से पहले कभी भी सर्वदलीय बैठकों में शामिल नहीं हुए, जब कांग्रेस सत्ता में थी.’