बच्चे कोरोना संक्रमित हों भी तो स्टेरॉयड का प्रयोग कम से कम करें, स्वास्थ्य मंत्रालय की नयी गाइडलाइन

सरकार ने आज गाइडलाइन जारी किया, जिसमें यह बताया गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण की गंभीरता के बावजूद 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए एंटीवायरल या मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का उपयोग ना किया जाये.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2022 10:58 PM

कोरोना वायरस की तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण अधिक होने को देखते हुए सरकार ने उनके उपचार और दवाओं को लेकर नये गाइडलाइन जारी किये हैं. जिसमें यह बताया गया है कि किस उम्र के बच्चों को कौन सी दवा देनी है और कैसा उपचार करना है.

इस संबंध में सरकार ने आज गाइडलाइन जारी किया, जिसमें यह बताया गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण की गंभीरता के बावजूद 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए एंटीवायरल या मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का उपयोग ना किया जाये.

18 साल से कम के बच्चों को जहां तक संभव हो स्टेरॉयड ना दिया जाये, लेकिन अगर इसकी सख्त जरूरत पड़ती है तो भी यह ध्यान रखना चाहिए कि 10-14 दिनों में इसका डोज कम करते जाना है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों और किशोरों के लिए इलाज के गाइडलाइन में कहा है कि पांच साल और उससे कम उम्र के बच्चों के लिए मास्क जरूरी नहीं है. छह से 11 साल तक के बच्चे माता-पिता की देखरेख में मास्क पहन सकते हैं, लेकिन 12 से अधिक उम्र के बच्चों को वयस्कों की तरह मास्क पहनना चाहिए.

देश में ओमिक्राॅन के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मंत्रालय ने यह गाइडलाइन जारी की है. मंत्रालय ने कहा कि यद्यपि ओमिक्राॅन के केस बहुत गंभीर नहीं हैं, लेकिन सावधानी जरूरी है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बिना लक्षण वाले और हल्के मामलों में उपचार के लिए ‘एंटीमाइक्रोबियल्स या प्रोफिलैक्सिस’ की सिफारिश नहीं की है. मंत्रालय ने कहा कि मध्यम और गंभीर मामलों में एंटीमाइक्रोबियल्स दवाओं को तब तक नहीं देना चाहिए जब तक कि एक सुपरएडेड इनफेक्शन का ​​संदेह ना हो.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अभी जो गाइडलाइन जारी की गयी है वह समय के अनुसार बदल भी सकती है. स्थिति की समीक्षा के बाद सरकार उसमें बदलाव कर सकती है.

Next Article

Exit mobile version