वडोदरा के पारुल यूनिवर्सिटी के छात्र 500 से अधिक कंपनियों में लहरा रहे परचम
डिजिटलीकरण और तकनीकी नवाचार में तेजी से वृद्धि ने नौकरी के बाजारों में क्रांति ला दी है, जिससे इन क्षेत्रों में आवश्यक तकनीकी दक्षताओं को बढ़ाने के साथ-साथ नौकरी के अवसरों का एक व्यापक क्षेत्र भी बन गया है.
डिजिटलीकरण और तकनीकी नवाचार में तेजी से वृद्धि ने नौकरी के बाजारों में क्रांति ला दी है, जिससे इन क्षेत्रों में आवश्यक तकनीकी दक्षताओं को बढ़ाने के साथ-साथ नौकरी के अवसरों का एक व्यापक क्षेत्र भी बन गया है. इस वास्तविकता के क्षेत्र में गुजरात के वडोदरा स्थित पारुल विश्वविद्यालय के छात्र दुनिया की प्रमुख 500 कंपनियों से आकर्षक नौकरी के अवसरों का लाभ उठाकर आगे निकल गये हैं. अपने व्यावहारिक कौशल और पेशेवर दक्षताओं के कारण ये छात्र दिग्गज कंपिनयों जैसे फेसबुक, गूगल, अमेजॉन, एसएपी के साथ जुड़ गये हैं.
गुजरात के वडोदरा के पारुल यूनिवर्सिटी ने अपने स्थापना काल से आज तक 15000 से अधिक छात्रों को 1500 से अधिक कंपनियों में कैंपस प्लेसमेंट कराया है. इस साल यहां से पास हुए एक हजार छात्रों को 400 से अधिक कंपनियों में प्लेसमेंट मिला. वहीं 2019 में 15000 से अधिक छात्रों को 600 से अधिक कंपनियों में नौकरी मिली.
विश्वविद्यालय की ओर से आर्मफोर्सिस और सरकारी जॉब मिले इसके लिए खासतौर पर यूपीएससी सेल और आर्मी फोर्स मोटिवेशनल सेल बनाया गया है. जिससे हर साल 100 से अधिक छात्र क्वालिफाइड होते हैं. विश्वविद्यालय के 500 से अधिक छात्र फॉर्चून कंपनी में अपनी सेवा दे रहे हैं.
इस साल इंजीनियरिंग में सबसे अधिक पैकेज 18 लाख और औसतन पैकेज 3.5 लाख, मैनेजमेंट में सबसे अधिक 12.4 लाख और औसतन 4.5 लाख पैकेज, साइंस में सबसे अधिक 6.2 लाख और औसतन 2.5 लाख पैकेज, बीसीए और एमसीए में सबसे अधिक 12.4 लाख और औसतन 3 लाख पैकेज और सोशल वर्क में सबसे अधिक 2.8 लाख पैकेज रहा.
फेसबुक, गूगल, अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट और सेप, फोर्चून जैसी 500 कंपनियों में पारुल विश्वविद्यालय के छात्र अपनी सेवा दे रहे हैं. विश्वविद्यालय का छात्र गूंजन पंड्या फेसबूक में डेटा इंजीनियर है, धैर्य किकानी गूगल में सप्लाई चैन मैनेजर रह चुके हैं और जय वैद्य अमेजन में क्लाउड मैनेजर के तौर पर सेवा दे रहे हैं. विश्वविद्यालय के छात्रों को विविध कंपनियों में अच्छे खासे पैकेज ऑफर किये जा रहे हैं. जैसे आईओसीएल की ओर से 12.5 लाख, एक्ट्रा मार्क्स की ओर से 12.5 लाख, बायजूस की ओर से 10 लाख, कोलेगेट की ओर से 9.5 लाख, जारो एज्यूकेशन की ओर से 7.5 लाख और कम्यूनिक एड्स की ओर से 7.5 लाख.
विश्वविद्यालय की शिक्षण पद्धति व्यावहारिक कौशल और छात्रों की तकनीकी क्षमताओं को बढ़ावा देने और विकसित करने पर केंद्रित है. विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ देवांशु जे पटेल ने कहा, यह हमारे पाठ्यक्रम और हमारी शिक्षण पद्धतियों का मुख्य केंद्र है जिससे दुनिया भर की कुछ अग्रणी कंपनियों में अपने कैरियर की तैयारी के लिए छात्र की व्यावसायिक दक्षताओं का विकास और पोषण होता है.