भारतीय नौसेना के इतिहास में पहली बार दो महिला अफसरों को वॉर शिप पर तैनात किया जाएगा. बता दें कि इन्हें एयर नेविगेशन, फ्लाइंग प्रोसीजर्स, हवाई युद्ध के दौरान की आजमाई जाने वाली तरकीबों, ऐंटी-सबमरीन वारफेयर के अलावा एवियॉनिक सिस्टम्स की भी ट्रेनिंग दी गई है.
नौसेना ने इस ऐतिहासिक कदम के लिए 17 ऑफिसर्स में से इन दो को चुना है.बता दें कि भारतीय नौसेना के 17 अधिकारियों के एक समूह का हिस्सा हैं, जिन्हें आईएनएस गरुड़, कोच्चि में 21 सितंबर को आयोजित एक समारोह में “ऑब्जर्वर” (एयरबोर्न टैक्टिस) के रूप में स्नातक होने पर “विंग्स” से सम्मानित किया गया
सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह नौसेना के मल्टी-रोल हेलीकॉप्टरों में लगे सेंसरों को ऑपरेट करने की ट्रेनिंग ले रही हैं. जानकारी के मुताबिक यह दोनों अधिकारी नए एमएच- 60 आर हेलीकॉप्टरों में उड़ान भरेंगी. इन हेलीकॉप्टरों को तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2018 में मंजूरी दी थी.
बता दें कि कोच्चि में सोमवार को आयोजित एक समारोह में चीफ स्टाफ ऑफिसर (ट्रेनिंग) रियर एडमिरल ऐंटनी जॉर्ज ने सभी ऑफिसर्स को अवार्ड दिए. उन्होंने कहा कि यह बड़ा खास मौका है जब पहली बार महिलाएं हेलिकॉप्टर ऑपरेशंस में ट्रेन्ड होकर जंगी जहाजों पर तैनात होने जा रही हैं.
सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी (Sub Lieutenant Kumudini Tyagi) और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह (SLt Riti Singh) को हेलिकॉप्टर स्ट्रीम इंडियन नेवी में “ऑब्जर्वर” (सामरिक अधिकारी) के रूप में संचालन के लिए चुना गया. वह भारत की पहली महिला एयरबोर्न टैक्टीशियंस होंगी जो जंगी जहाजों के डेक से काम करेंगी. बता दें कि नौसेना ने इस ऐतिहासिक कदम के लिए 17 ऑफिसर्स में से इन दो को चुना है.