केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के साथ हजारों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोपी भगोड़े नीरव मोदी के एक करीबी को इजिप्ट (मिस्र) से गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार सीबीआई 7,000 करोड़ रुपये के नीरव मोदी बैंक धोखाधड़ी मामले में अहम आरोपी सुभाष शंकर परब को एक बड़े अभियान के तहत मिस्र से निर्वासित कराके भारत लाने में सफल रहा.
इस संबंध में अधिकारियों ने मंगलवार को जानकारी दी कि परब ‘फायरस्टार डायमंड’ में उप महाप्रबंधक (वित्त) था. अधिकारियों ने बताया कि काहिरा में कथित रूप से छुपे हुए परब को ‘‘निर्वासित किए जाने के बाद” मंगलवार तड़के मुंबई लाया गया. नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी की संलिप्तता वाला मामला सामने के बाद से परब फरार था.
जानकारी के अनुसार राजधानी काहिरा से पकड़े गये शख्स को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन की टीम मुंबई ले पहुंची है. अब उसे कोर्ट में पेश कर जांच एजेंसी हिरासत की मांग कर सकती है.
आपको बता दें कि भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक को करीब 13 हजार करोड़ रुपये का लोन लेकर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है. आरोप लगने के बाद नीरव मोदी लंदन फरार हो गया था. इसके बाद लंदन की कोर्ट ने नीरव को वहां की जेल में बंद करने का आदेश दिया. भारत की जांच एजेंसी उसे लगातार भारत वापस लाने का प्रयास कर रही है.
यहां चर्चा कर दें कि ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पण करने का आदेश देने का काम कर चुकी है. हालांकि भारत की जेल में उसे दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर को लेकर कुछ मुद्दों पर चर्चा जारी है.
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का एक दल भगोड़े हीरा कारोबारी मोदी द्वारा काहिरा के एक उपनगर में अवैध तरीके से कथित रूप से कैद करके रखे गए परब (50) को वापस लाने के लिए मिस्र की राजधानी गया था. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई मोदी के ‘फायरस्टार डायमंड’ के उप महाप्रबंधक (वित्त) परब का पीछा कर रही थी. ऐसा माना जाता है कि परब 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने के लिए पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को सौंपे गए वचन पत्र (एलओयू) का एक मुख्य गवाह है.