लॉकडाउन की वजह से आत्महत्या और सड़क हादसों में आयी कमी , घिनौना अपराध हुआ बिलकुल खत्म
कोरोनावायरस से दुनियाभर में 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है वहीं, लॉकडाउन के चलते अपराध, सड़क हादसों और आत्महत्या से होने वाली मौतों में भी कमी आयी है.भारत में देशव्यापी लॉकडाउन को लागू हुए एक महीने से ज्यादा समय हो चुका है.सरकार के द्वारा लागू किए लॉकडाउन की वजह से कोरोना वायरस की रफ्तार पर रोक लगाने में सफलता मिली है.लेकिन लॉकडाउन के वजह से इंसानी दखल से होने वाली मौत में भी कमी आई है.
नयी दिल्ली : कोरोनावायरस से दुनियाभर में 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है वहीं, लॉकडाउन के चलते अपराध, सड़क हादसों और आत्महत्या से होने वाली मौतों में भी कमी आयी है.भारत में देशव्यापी लॉकडाउन को लागू हुए एक महीने से ज्यादा समय हो चुका है.सरकार के द्वारा लागू किए लॉकडाउन की वजह से कोरोना वायरस की रफ्तार पर रोक लगाने में सफलता मिली है.लेकिन लॉकडाउन के वजह से इंसानी दखल से होने वाली मौत में भी कमी आई है.
कोरोना वायरस महामारी ने अब तक करोड़ो लोगों को प्रभावित किया है,लॉकडाउन के चलते भारत की 130 करोड़ आबादी अपने घरों मे ही कैद है लेकिन दूसरी ओर भारत में अपराधों और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयी है.इसकी वजह से देशभर में मौतों में गिरावट दर्ज की गयी है.हालांकि इसको लेकर कोई देश-व्यापी डेटा उपलब्ध नहीं है लेकिन, कुछ राज्यों में पुलिस अधिकारियों और अस्पताल के आपातकालीन कर्मचारियों के रेकॉर्ड में यह संकेत मिलते हैं.
केरल में एक उच्च पुलिस अधिकारी करूणाकरन ने पुष्टी की कि 25 मार्च से 14 अप्रैल के बीच राज्य में हत्याओं, आत्महत्याओं, अप्राकृतिक मौतों और सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट आई है.अधिकारी ने पिछले वर्ष इसी समय अवधि की तुलना में इस साल होने वाले मौत का आंकड़ा बताया है. उन्होंने कहा, हमने इस साल 25 मार्च से 14 अप्रैल की अवधि में हत्या के मामलों में 40% की गिरावट देखी, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह कहीं ज्यादा था.
तिरुवनंतपुरम में राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो में उप अधीक्षक करुणाकरन ने आगे बताया कि इसी तरह, बलात्कार के मामलों में 70% और महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा के मामलों में 100% गिरावट आई है.