Himachal: कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू रविवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाने और सीएम पद के चेहरे की घोषणा बीते शनिवार कांग्रेस की ओर से की गयी है. साथ ही निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुक्खू रविवार को दोपहर 1.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा.
मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद कांग्रेस नेता ने कहा कि यह अवसर देने के लिए वह कांग्रेस और गांधी परिवार के आभारी हैं. सुक्खू ने कहा कि उन्हें खुशी है कि एक साधारण परिवार से होने के बावजूद वह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि मैं एक साधारण परिवार से होने के बावजूद सीएम बनने जा रहा हूं. मुझे यह मौका देने के लिए मैं कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार का शुक्रगुजार हूं. मेरी मां ने मुझे राजनीति में आने से कभी नहीं रोका. मैं आज यहां उनके आशीर्वाद के कारण पहुंचा हूं.’
बात अगर सुक्खू के राजनीतिक करियर की करें तो सुक्खू जमीनी स्तर के राजनेता हैं, जो रैंकों से उठे हैं और पहाड़ी राज्य में व्यापक संगठनात्मक अनुभव रखते हैं. चार बार के विधायक, 58 वर्षीय सुक्खू, राज्य में कांग्रेस के पूर्व प्रमुख हैं और एनएसयूआई और युवा कांग्रेस का हिस्सा रहे हैं. वह 2013 से 2019 तक पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष रहे और छह बार के मुख्यमंत्री रहे पार्टी के कद्दावर नेता वीरभद्र सिंह को पसंद न आने पर भी उन्होंने अपने मन की बात कही. सुक्खू हिमाचल प्रदेश में युवा कांग्रेस नेताओं को बढ़ावा देने और तैयार करने के पक्षधर रहे हैं.
Also Read: Explainer: कांग्रेस ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को ही क्यों चुना हिमाचल का सीएम? जानें कारण
मिलनसार और मिलनसार सुक्खू का संगठन में लंबे समय तक रहने के कारण पहाड़ी राज्य में एक व्यापक नेटवर्क है. पिछले चार दशकों में रामपुर बुशहर से आने वाले कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों के साथ, कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व स्पष्ट रूप से अपनी पसंद का विस्तार करने के लिए उत्सुक था. वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह भी मुख्यमंत्री पद की प्रबल दावेदार थीं लेकिन आलाकमान ने एक ऐसे नेता को चुना जो हमीरपुर जिले के नादौन निर्वाचन क्षेत्र से चार बार निर्वाचित हो चुका है. सुक्खू “निचले हिमाचल” से शीर्ष पद पर आने वाले पहले कांग्रेसी नेता होंगे.