Yaas Cyclone Update: दुनियाभर में पश्चिम बंगाल का सुंदरबन रिजर्व फेमस है. यहां के रॉयल बंगाल टाइगर की बात ही सबसे निराली है. इसी बीच रविवार को सुंदरबन रिजर्व के एक रॉयल बंगाल टाइगर की मौत से सनसनी फैल गई है. बताया जा रहा है कि रिजर्व से भटककर रॉयल बंगाल टाइगर बाहर निकल गया था. बाघ की गंभीर हालत देखकर उसे इलाज के लिए सजनेखली ले जाया जा रहा था. लेकिन, काफी कोशिशों के बाद भी उसकी जान नहीं बच सकी.
सुंदरबन रिजर्व में (2019-20 के मुताबिक) रॉयल बंगाल बाघों की संख्या 96 है.
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दक्षिण 24 परगना के डीएफओ जोंस जस्टीन ने बताया कि बाघ की मौत की वजह चक्रवात यास और उससे पैदा हुए हालात नहीं हैं. बाघ की मौत अधिक उम्र के कारण हो सकती है. डीएफओ मुताबिक वो बाघ का इलाज करा रहे थे. उसे स्लाइन लगाया गया था. उसकी ठीक से इलाज की कोशिश की जा रही थी. लेकिन, उसकी जान बचाने में कामयाबी नहीं मिली. उनका कहना है कि बाघ की उम्र ज्यादा हो गई थी. वो काफी कमजोर हो गया था. बाघ के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद बाघ की मौत की असली वजह पता चल सकेगी.
मुख्य वन्यजीव वार्डन वीके यादव ने कहा है कि बाघ की उम्र करीब 11-12 साल है. वो शुक्रवार को हरिखाली शिविर के पास मिला था. बाघ चलते हुए लड़खड़ा रहा था. वनकर्मी उस पर करीब से निगाह रख रहे थे. रविवार सुबह बाघ तालाब के किनारे लेटा हुआ मिला. कर्मियों ने उसे मुर्गा खिलाने की कोशिश की. लेकिन, उसने नहीं खाया. वीके यादव ने बताया बाघ बहुत कमजोर था. उसे इलाज के लिए सजनेखाली वन शिविर ले जाया जा रहा था. लेकिन, रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. उनके मुताबिक लगता है कि बाघ की मौत अधिक उम्र और कमजोरी के कारण हुई है.