पिछले दिनों कांग्रेस से नाराज चल रहे पंजाब के नेता सुनील जाखड़ ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. अब उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है. गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में वे भाजपा में शामिल हुए. यदि आपको याद हो तो पिछले दिनों जाखड़ ने फेसबुक लाइव करके कांग्रेस छोड़ने का ऐलान किया था.
Former Punjab Congress Chief Sunil Jakhar joins Bharatiya Janata Party in presence of party president JP Nadda in Delhi pic.twitter.com/eoUHhHH1Ul
— ANI (@ANI) May 19, 2022
इस अवसर पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि सुनील जाखड़ आज भाजपा की सदस्यता लेकर, पार्टी में शामिल हुए हैं. मैं अपनी और भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से उनका स्वागत और अभिनन्दन करता हूं. पंजाब में राष्ट्रवादी ताकतों का प्रथम स्थान भाजपा ले रही है. इसलिए आवश्यक होता है कि राष्ट्रवादी विचार रखने वाले सभी लोग भाजपा से जुड़ें और पार्टी को मजबूती प्रदान करें.
भाजपा का दामन थामने के बाद सुनील जाखड़ ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि किसी पार्टी को छोड़ना आसान नहीं होता , वो भी तब जब आपने 50 साल उसे दिया हो. हमारे परिवार ने 1972 से कांग्रेस की सेवा की. उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने मुझे आज मिलने का समय दिया उसके लिए उनका आभार. ये सभी जानते हैं कि मैंने कभी नीजि स्वार्थ के लिए राजनीति नहीं की. मैं हमेशा जोड़ने का काम किया है. तोड़ने का नहीं..मैं ऐसे प्रदेश से आता हूं जो गुरुओं और संतों की धरती है. सुनील जाखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 400वें प्रकाश पर्व के जश्न समारोह में भाग लेना दिखाता है कि उन्होंने पंजाब की नब्ज पकड़ ली है. जाखड़ ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि जब दिल से बोलने के लिए मुझे नोटिस मिला, तब मैंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया.
पंजाब से असंतुष्ट कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने फेसबुक लाइव के जरिए पार्टी छोड़ने की घोषणा की थी. जाखड़ ने कांग्रेस आलाकमान पर गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाए जाने के बाद मुख्यमंत्री की नियुक्ति के मुद्दे पर पंजाब के एक खास नेता की बात पार्टी सुन रही है. सुनील जाखड़ ने आगे कहा कि उनके परिवार की तीन पीढ़ियों ने 50 साल तक कांग्रेस की सेवा की. इसके बाद “पार्टी लाइन पर नहीं चलने” के लिए “पार्टी के सभी पदों को छीन लिया” जाना…मुझे ये ठीक नहीं लगा. जाखड़ ने अपने फेसबुक पेज पर ‘‘दिल की बात” में ‘‘दिल्ली में बैठे” कुछ नेताओं, खासकर अंबिका सोनी पर निशाना साधा और कहा कि जब तक ऐसे नेताओं से कांग्रेस को मुक्ति नहीं मिलेगी, तब तक वह पंजाब में अपना जनाधार नहीं बना सकती.
यहां चर्चा कर दें कि पंजाब में अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अंबिका सोनी ने ही पिछले साल कहा था कि कांग्रेस को किसी सिख नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए. खुद जाखड़ भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे. तीन बार पंजाब विधानसभा के सदस्य रह चुके सुनील जाखड़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष दिवंगत बलराम जाखड़ के पुत्र हैं. बलराम जाखड़ मध्य प्रदेश राज्य के राज्यपाल भी रहे हैं.
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अपने मन की बात बोलने के लिए फेसबुक पर LIVE जाने से कुछ घंटे पहले सुनील जाखड़ ने कुछ ऐसा किया जिससे उनके द्वारा पार्टी छोड़ने के कयास लगाये जाने लगे. दरअसल जाखड़ ने अपने ट्विटर बायो से कांग्रेस को हटा दिया था, जो उनकी भविष्य की कार्रवाई के संकेत देने के लिए काफी था. यहां चर्चा कर दें कि जाखड़ को “पार्टी विरोधी” बयानों के लिए कारण बताओ नोटिस दिया गया था. हालांकि इसका जवाब उनके द्वारा नहीं दिया गया. पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पिछले महीने उन्हें कांग्रेस में सभी पदों से हटा दिया गया था.
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू कह चुके हैं कि सुनील जाखड़ पार्टी के लिए काफी अहम है और पार्टी को उन्हें नहीं खोना चाहिए. जाखड़ के पार्टी छोड़ने की घोषणा के तुरंत बाद सिद्धू ने कहा कि किसी भी मतभेद को बातचीत के जरिये सुलझाया जा सकता है.