Supreme Court New Flag: सुप्रीम कोर्ट को मिला नया ध्वज और प्रतीक चिह्न, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया अनावरण

Supreme Court New Flag: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में नए ध्वज और प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया.

By ArbindKumar Mishra | September 1, 2024 9:02 PM
an image

Supreme Court New Flag: राष्ट्रपति मुर्मू ने भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सुप्रीम कोर्ट का ध्वज और प्रतीक चिह्न जारी किया. जिसमें अशोक चक्र, सर्वोच्च न्यायालय भवन और भारत के संविधान के प्रतीक शामिल हैं.

Supreme court new flag: सुप्रीम कोर्ट को मिला नया ध्वज और प्रतीक चिह्न, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया अनावरण 3

राष्ट्रपति ने कहा- कुछ मामलों में साधन संपन्न लोग अपराध करके स्वच्छंद घूमते रहते हैं

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कहा, यह हमारे सामाजिक जीवन का एक दुखद पहलू है कि, कुछ मामलों में, साधन-सम्पन्न लोग अपराध करने के बाद भी निर्भीक और स्वच्छंद घूमते रहते हैं. जो लोग उनके अपराधों से पीड़ित होते हैं, वे डरे-सहमे रहते हैं, मानो उन्हीं बेचारों ने कोई अपराध कर दिया हो.

Supreme court new flag: सुप्रीम कोर्ट को मिला नया ध्वज और प्रतीक चिह्न, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया अनावरण 4

जिला स्तर पर केवल 6.7 प्रतिशत अदालतों का बुनियादी ढांचा महिलाओं के अनुकूल: सीजेआई

सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने रविवार को कहा कि जिला स्तर पर केवल 6.7 प्रतिशत अदालतों का बुनियादी ढांचा महिलाओं के अनुकूल है और इस स्थिति को बदलने की जरूरत है. जिला न्यायपालिका के राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि अदालतें समाज के सभी सदस्यों के लिए सुरक्षित और सहज वातावरण प्रदान करें. उन्होंने कहा, हमें बिना किसी सवाल के इस तथ्य को बदलना होगा कि जिला स्तर पर हमारी अदालतों के बुनियादी ढांचे का केवल 6.7 प्रतिशत ही महिलाओं के अनुकूल है. क्या यह आज ऐसे देश में स्वीकार्य है, जहां कुछ राज्यों में भर्ती के बुनियादी स्तर पर 60 या 70 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं? हमारा ध्यान सुलभता उपायों को बढ़ाने पर है, जिसे बुनियादी ढांचे के ‘ऑडिट’ के माध्यम से समझा जा सकता है.

Also Read: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा- कुछ मामलों में साधन-सम्पन्न लोग अपराध करके भी स्वच्छंद घूमते हैं

Exit mobile version