जहां एक ओर पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड रही है वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. वह कश्मीर घाटी में आतंकी भेजकर भारतीय जवानों और आम नागरिकों पर हमले करवा रहा है. इसकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निंदा भी की है. इधर, हंदवाड़ा मुठभेड़ के बाद शिवसेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की मांग की है. इस बाबत मंगलवार को शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में लेख छपा है.
शिवसेना ने कहा कि कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सुरक्षा बल के पांच जवानों का बदला लेने की जरूरत है वो भी बिना हो-हल्ला किये. शिवसेना ने मांग की है कि पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक किया जाना चाहिए. हंदवाड़ा मुठभेड़ के बाद शिवसेना गुस्से में नजर आ रही है. उसने मुखपत्र लिखा है कि बहादुर सैनिकों को अपनी ही धरती पर मार दिया गया. जब केंद्र में मजबूत और बेहद देशभक्त सरकार है ऐसे वक्त में यह हुआ है.
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शिवसेना ने अपने मुखपत्र में कहा है कि हमारे जवान अपनी ही धरती पर मारे जा रहे हैं. यह ठीक नहीं हो रहा है. जब एक मजबूत और बेहद देशभक्त पार्टी दिल्ली के सत्ता पर काबिज है ऐसे वक्त में सह देखने को मिल रहा है. भारत जब कोविड-19 के खिलाफ जंग लड रहा है तब कश्मीर सीमा पर आतंकवादी गतिविधियां बढ़ चुकीं हैं. भारत कोविड-19 के कारण कश्मीर भूल गया है लेकिन पाकिस्तान के दिमाग में अभी भी हरकत चल रही है.
यदि आपको याद हो तो भारत एक बार सर्जिकल स्ट्राइक कर चुका है. सितंबर 2016 में उरी आतंकवादी हमले के बाद भारत के वीर जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था. पाकिस्तान से भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे आतंकवादियों को निशाना बनाते हुए भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के पार सात आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक किया और उसे तबाह कर दिया.
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शनिवार को जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में हंदवाड़ा जिले में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान सेना के एक कर्नल और एक मेजर समेत नायक राजेश कुमार, लांस नायक दिनेश सिंह और जम्मू कश्मीर पुलिस के उप निरीक्षक सगीर काजी शामिल शहीद हुए थे. आतंकवादियों से लोहा लेने वाले दल का नेतृत्व कर्नल आशुतोष शर्मा और मेजर अनुज सूद कर रहे थे.