सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के बयान के बाद भाजपा लगातार हमलावर है. भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि पहली बार राहुल गांधी ने कहा कि वह सेना का सम्मान करते हैं. दिग्विजय सिंह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के साथ हजारों किलोमीटर चले, क्या आप उन्हें समझा नहीं सकते थे ? क्या उन्होंने पहली बार ऐसा कहा था? कांग्रेस के जवानों पर कांग्रेस का ढुलमुल रुख है.
आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि जो दिग्विजय सिंह जी ने कहा है उससे मैं बिल्कुल सहमत नहीं हूं, हमारी सेना पर हमें पूरा भरोसा है अगर आर्मी कुछ करे तो उन्हें सबूत देने की जरूरत नहीं है. उनका बयान निजी है वो हमारा नहीं है. गौर हो कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के सर्जिकल स्ट्राइक वाले बयान के बाद कई भाजपा नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
दिग्विजय सिंह पर भड़के ज्योतिरादित्य सिंधिया
मामले पर पूर्व कांग्रेस नेता और वर्तमान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर दी. उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि जिस भारतीय सेना के प्रयासों, उनकी देश भक्ति और बलिदान के कारण आज आप और पूरा देश सुरक्षित है, उन्हीं पर सवाल उठाकर आपने भारत माता का अपमान किया. क्या ये राष्ट्र विरोधी मानसिकता का प्रमाण नहीं है? अगले ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा कि आतंकी ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी…ज़ाकिर नायक के साथ मंच साझा करना…अपने भाषणों से लगातार मातृशक्ति के प्रति असम्मान….दिग्विजय सिंह जी ने अपनी राष्ट्र विरोधी क्रियाओं की सूची में आज एक और को जोड़ा. अपने दोनों ट्वीट को उन्होंने कांग्रेस नेता को टैग किया है.
For the 1st time,Rahul Gandhi said he respects Army.Digvijaya Singh walked with you for thousands of kms,couldn't you make him understand?Did he say it for 1st time?Today BJP will settle final account with you as far as your vacillating stand on armed forces concerned: RS Prasad pic.twitter.com/dqBpMxUUdm
— ANI (@ANI) January 24, 2023
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा
दिग्विजय सिंह के बयान से एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा होने के बाद कांग्रेस ने इससे दूरी बना ली और जयराम रमेश ने कहा कि यह उनका अपना विचार है तथा पार्टी के रुख को प्रदर्शित नहीं करता. आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों को श्रीनगर से दिल्ली हवाई मार्ग से लाने के उसके (सीआरपीएफ के) अनुरोध पर सहमत नहीं हुई थी और पुलवामा में 2019 के एक आतंकी हमले में 40 सैनिकों को अपना बलिदान देना पड़ा. उन्होंने कहा कि वे सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं. वे कई लोगों को मारने की बात करते हैं लेकिन कोई सबूत नहीं दिया. वे झूठ के पुलिंदों के सहारे शासन कर रहे हैं.
भाषा इनपुट के साथ