sushmita dev News : कांग्रेस का दामन छोड़ने वाली नेता सुष्मिता देव ने तृणमूल कांग्रेस यानी टीएमसी का दामन थामा है. तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद सुष्मिता देव ने कहा कि मैं नहीं समझती कि टीएमसी में शामिल होकर मैंने अपनी विचारधारा से समझौता किया है. मैं बिना किसी शर्त के तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुई थी. आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी की तुलना करना गलत है. राजनीति में अपने 30 साल के दौरान मैंने कांग्रेस आला कमान से कोई मांग नहीं की. ममता बनर्जी द्वारा मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, मैं उसे संभालूंगी.
असम से कांग्रेस की पूर्व सांसद सुष्मिता देव सोमवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुईं. कांग्रेस छोड़ने के तुरंत बाद देव पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की उपस्थिति में यहां तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं. देव कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता और उसकी महिला शाखा की प्रमुख थीं. तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी में शामिल होने के लिए पूर्व सांसद का स्वागत किया.
तृणमूल कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा कि हम अपने तृणमूल परिवार में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सुष्मिता देव का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं! ममता शासन से प्रेरित होकर, वह आज हमारे राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक और राज्यसभा में संसदीय दल के नेता डेरेक ओ ब्रायन की उपस्थिति में हमारे साथ जुड़ी हैं.
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देव ने अपनी ओर से कहा कि वह पार्टी को अपना सर्वश्रेष्ठ देंगी. उन्होंने ट्वीट किया कि मैं पार्टी को अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी… ममता शासन धन्यवाद, खेलाहोबे…कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को रविवार को अपना इस्तीफा भेजने वाली देव ने पार्टी छोड़ने का कोई कारण नहीं बताया…गांधी को लिखे अपने पत्र में, देव ने कहा कि वह ‘‘सार्वजनिक सेवा के अपने जीवन में एक नया अध्याय” शुरू कर रही हैं.
सोमवार को देव ने पार्टी के नेता डेरेक ओ ब्रायन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुझे अभिषेक बनर्जी से मिलने का अवसर मिला, जो तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हैं. हमने सार्थक चर्चा की. बाद में, हम पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री से मिले. उनके पास पार्टी के भविष्य के लिए एक दृष्टिकोण है. इस बीच, असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने गुवाहाटी में संवाददाताओं से कहा कि पूर्व सांसद को इसलिए पार्टी छोड़नी पड़ी क्योंकि ‘‘वह अवसादग्रस्त हैं…
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar